भारतीय नौसेना करने जा रही है ऐसा काम जिससे चीन-पाक की बढ़ेगी टेंशन, अमेरिका का मिल रहा है साथ

भारतीय नौसेना के जहाज कोच्चि और टेगालोंग, पी8आई और मिग 29K विमानों के साथ दिनांक 23 और 24 जून 2021 को हिंद महासागर क्षेत्र से गुजरने के दौरान अमेरिकी नौसेना कैरियर स्ट्राइक ग्रुप रोनाल्ड रीगन के साथ एक पैसेज युद्धाभ्यास में भाग ले रहे हैं.

प्रतिकात्मक तस्वीर ( फोटो क्रेडिट- Facebook)

भारतीय नौसेना (Indian Navy) के जहाज कोच्चि और टेगालोंग, पी8आई और मिग 29K विमानों के साथ दिनांक 23 और 24 जून 2021 को हिंद महासागर क्षेत्र से गुजरने के दौरान अमेरिकी नौसेना कैरियर स्ट्राइक ग्रुप रोनाल्ड रीगन के साथ एक पैसेज युद्धाभ्यास में भाग ले रहे हैं. भारतीय नौसेना और भारतीय वायु सेना के विमानों के साथ भारतीय नौसेना के युद्धपोतों को कैरियर स्ट्राइक ग्रुप के साथ संयुक्त बहु-डोमेन सैन्य अभियान में लगाया जाएगा जिसमें कैरियर स्ट्राइक ग्रुप की ओर से निमिट्ज श्रेणी के विमानवाहक पोत रोनाल्ड रीगन, आर्ले बर्क श्रेणी के गाइडेड मिसाइल विध्वंसक यूएसएस हाल्सी और तिकोंडेरोगा श्रेणी के गाइडेड मिसाइल क्रूजर यूएसएस शीलो शामिल हैं.

दो दिवसीय युद्धाभ्यास का उद्देश्य समुद्री अभियानों में व्यापक रूप से एकीकृत और समन्वय करने की क्षमता का प्रदर्शन करके द्विपक्षीय संबंधों और सहयोग को मजबूत करना है. अभ्यास के दौरान उच्च गति ऑपेरशन में उन्नत वायु रक्षा अभ्यास, क्रॉस डेक हेलीकॉप्टर ऑपेरशन और पनडुब्बी रोधी अभ्यास शामिल हैं. यह भी पढ़ें : Nipah Virus: महाराष्ट्र के महाबलेश्वर में चमगादड़ की दो प्रजातियों में मिला निपाह वायरस, इंसानों के लिए भी है बेहद खतरनाक

भाग लेने वाली सेनाएं अपने युद्ध सम्बंधी कौशल को निखारने और समुद्री क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए एक एकीकृत बल के रूप में अपनी अंतरसंचालनीयता बढ़ाने का प्रयास करेंगी. भारतीय नौसेना और अमेरिकी नौसेना नियमित रूप से कई द्विपक्षीय और बहुपक्षीय अभ्यास करती हैं जो एक खुली, समावेशी और नियम आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के प्रति प्रतिबद्धता सुनिश्चित करने में साझेदार नौसेनाओं में साझा मूल्यों को रेखांकित करते हैं.

Share Now

\