
Axiom Mission-4: देश एक बार फिर अंतरिक्ष इतिहास में अपना नाम दर्ज लिया है. Axiom Mission-4 के तहत भारतीय वायुसेना (IAF) के ग्रुप कैप्टन और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला आज अमेरिका के NASA के कैनेडी स्पेस सेंटर (फ्लोरिडा) से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए रवाना हो गए हैं, अभी वह अंतरिक्ष में पृथ्वी के चक्कर लगा रहे हैं. इस ऐतिहासिक पल को लेकर उनके परिवार और लखनऊ शहर में गर्व और खुशी की लहर है.
इस ऐतिहासिक पल को लेकर उनके परिवार उनकी मां आशा शुक्ला बेटे की उपलब्धि पर भावुक हो गईं और इसे "भारत के लिए गर्व का क्षण" बताया. वहीं IAF ग्रुप कैप्टन और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की बहन शुचि मिश्रा ने कहा, "यह बहुत भावुक पल था, मेरे पास शब्द नहीं हैं. हम बहुत खुश हैं कि पहला स्टेज अच्छे से पार हो गया लेकिन यह बस शुरुआत है, अभी बहुत कुछ बाकी है. यह भी पढ़े: Shubhanshu Shukla Hindi Message Video: भारत के लिए ऐतिहासिक और गर्व का पल! अंतरिक्ष से शुभांशु शुक्ला ने हिंदी में भेजा दिल छू लेने वाला संदेश
शुभांशु शुक्ला के परिवार में खुशी की लहर
#WATCH लखनऊ: भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की मां आशा शुक्ला अपने बेटे के लिए खुशी से भावुक हो गईं, जो #AxiomMission4 का हिस्सा है। pic.twitter.com/s2mSrJtWIt
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 25, 2025
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#WATCH | लखनऊ: IAF ग्रुप कैप्टन और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की बहन शुचि मिश्रा ने कहा, "यह बहुत भावुक पल था, मेरे पास शब्द नहीं हैं। हम बहुत खुश हैं कि पहला स्टेज अच्छे से पार हो गया लेकिन यह बस शुरुआत है, अभी बहुत कुछ बाकी है।"#AxiomMission4 pic.twitter.com/9Jh02giF28
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मिशन की कमान अमेरिका की वरिष्ठ अंतरिक्ष यात्री पेगी व्हिटसन के हाथ में है, जबकि शुभांशु शुक्ला मिशन पायलट की भूमिका निभा रहे हैं. उनके साथ इस अंतरिक्ष मिशन में हंगरी के टिबोर कपू और पोलैंड के स्लावोज़ उज़्नान्स्की-विस्नीव्स्की बतौर मिशन विशेषज्ञ शामिल हैं. इस टीम ने स्पेसX के फाल्कन 9 रॉकेट पर सवार होकर अपनी अंतरिक्ष यात्रा शुरू की है.
दिल्ली में जश्न
इस मौके पर दिल्ली में भी उत्साह का माहौल देखने को मिला. केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह, भारत में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त फिलिप ग्रीन, और दक्षिण ऑस्ट्रेलिया की गवर्नर फ्रांसेस एडमसन ए.सी. सहित कई गणमान्य लोगों ने Axiom-4 मिशन के सफल प्रक्षेपण पर जश्न मनाया।
यह मिशन क्यों है खास?
- यह पहला अवसर है जब भारतीय वायुसेना का एक ग्रुप कैप्टन अंतरराष्ट्रीय निजी अंतरिक्ष मिशन में पायलट की भूमिका निभा रहा है।
- यह मिशन भारत के अंतरिक्ष कौशल और वैश्विक सहयोग की मिसाल बनकर उभरा है.
- शुभांशु शुक्ला की यह उड़ान भारत के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई है.