Parliament Monsoon Session: भारत बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों में सबसे तेज गति से आगे बढ़ने वाला देश; बजट सत्र से पहले बोले पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा, "मैं देश के लोगों को गारंटी देता रहा हूं और हमारा मिशन इसे जमीन पर उतारना है. यह बजट अमृत काल का महत्वपूर्ण बजट है. आज का बजट हमारे अगले 5 साल के कार्यकाल की दिशा तय करेगा."
नई दिल्ली: आज से संसद का बजट सत्र शुरू हो रहा है. संसद में मंगलवार केंद्रीय बजट पेश किया जाना है. इससे पहले आज (22 जुलाई) वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आर्थिक सर्वेक्षण पेश करेंगी. बजट सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद परिसर से देश की जनता को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा,' सरकार की गारंटी को जमीन पर उतारना ही हमारा लक्ष्य है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "आज सावन का पहला सोमवार है. इस पावन दिन पर एक महत्वपूर्ण सत्र शुरू हो रहा है. मैं सावन के पहले सोमवार पर देशवासियों को शुभकामनाएं देता हूं. आज संसद का मानसून सत्र शुरू हो रहा है. आज पूरे देश की नजर इस पर है. यह एक सकारात्मक सत्र होना चाहिए."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "भारत के लोकतंत्र की जो गौरव यात्रा है उसमें ये एक महत्वपूर्ण पड़ाव के रूप में मैं देख रहा हूं. व्यक्तिगत रूप से मुझे और हमारे सभी साथियों के लिए भी ये अत्यंत गर्व का विषय है कि करीब 60 साल के बाद कोई सरकार तीसरी बार वापस आए और तीसरी पारी का पहला बजट रखें. " 8th Pay Commission: बजट में 8वें वेतन आयोग की घोषणा करेंगी निर्मला सीतारमण? 23 जुलाई पर टिकी हैं केंद्रीय कर्मचारियों की निगाहें.
पीएम मोदी ने कहा, "मैं देश के लोगों को गारंटी देता रहा हूं और हमारा मिशन इसे जमीन पर उतारना है. यह बजट अमृत काल का महत्वपूर्ण बजट है. आज का बजट हमारे अगले 5 साल के कार्यकाल की दिशा तय करेगा. यह बजट हमारे विकसित भारत के सपने का मजबूत आधार भी बनेगा."
3 वर्षों में लगातार 8 प्रतिशत ग्रोथ से हो रही देश की तरक्की
प्रधानमंत्री ने कहा, 'हर देशवासी के लिए बड़े गर्व की बात है कि भारत बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों में सबसे तेज गति से आगे बढ़ने वाला देश है. गत 3 वर्षों में लगातार 8 प्रतिशत ग्रोथ के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं.'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "...मैं देश के सभी सांसदों से अनुरोध करना चाहूंगा कि जनवरी से लेकर अब तक हमें जितना संघर्ष करना था, हमने किया है, लेकिन अब वो दौर खत्म हो चुका है, जनता ने अपना फैसला दे दिया है. मैं सभी दलों से कहना चाहूंगा कि पार्टी लाइन से ऊपर उठकर देश के लिए खुद को समर्पित करें और संसद के इस गरिमामय मंच का अगले 4.5 साल तक उपयोग करें. जनवरी 2029 के चुनावी वर्ष में आप कोई भी खेल खेल लें, लेकिन तब तक हमें किसानों, युवाओं और देश के सशक्तिकरण के लिए भाग लेना चाहिए."