India's Shame: The Rise of Hindu Supremacy: इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने दोहा स्थित मीडिया नेटवर्क अल जज़ीरा (Al Jazeera) को "इंडियाज़ शेम: द राइज़ ऑफ़ हिंदू सुप्रीमेसी" डॉक्यूमेंट्री फिल्म को प्रसारित करने से रोक दिया. अदालत के आदेश में कहा गया है कि फिल्म "सांप्रदायिक हिंसा भड़का सकती है."
फिल्म को अल जज़ीरा की इन्वेस्टिगेटिव यूनिट द्वारा निर्मित किया गया है. फिल्म भारत में हिंदू वर्चस्ववादी समूहों के उदय और मुसलमानों के खिलाफ हिंसा भड़काने में उनकी भूमिका की जांच करती है. फिल्म में घृणा अपराधों के पीड़ितों के साथ-साथ सांप्रदायिक हिंसा के विशेषज्ञों के साक्षात्कार शामिल हैं. ये भी पढ़ें- Adipurush: 'भगवान राम का उड़ाया मजाक'...फिल्म आदिपुरुष के खिलाफ दिल्ली HC में याचिका दायर
अल जजीरा ने कहा है कि वह अदालत के आदेश के खिलाफ अपील करेगा. नेटवर्क के सीईओ मुस्तफा सौग ने कहा कि आदेश "अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को दबाने का एक ज़बरदस्त प्रयास था." उन्होंने कहा कि फिल्म "पत्रकारिता का एक गंभीर और महत्वपूर्ण टुकड़ा है जो भारत में घृणा अपराधों की वास्तविकता को उजागर करती है."
A court in India has restrained Al Jazeera from broadcasting an investigative film on hate crimes against Muslims by Hindu supremacist groups in the country https://t.co/bkD9fyW6wH pic.twitter.com/VHqHB8s0Sb
— Al Jazeera English (@AJEnglish) June 16, 2023
अदालत के आदेश की मानवाधिकार समूहों और पत्रकारों ने आलोचना की है. कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट्स (CPJ) ने कहा कि यह आदेश "भारत में सांप्रदायिक हिंसा पर स्वतंत्र रिपोर्टिंग को सेंसर करने का एक स्पष्ट प्रयास था." सीपीजे ने कहा कि "इस आदेश को तुरंत वापस लिया जाना चाहिए."
अल जज़ीरा को फिल्म के प्रसारण से रोकने का आदेश सरकार के असंतोष को दबाने के प्रयासों का एक और संकेत है. यह भारत में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के भविष्य के लिए चिंताजनक घटनाक्रम है.