India-China LAC Row: विदेश मंत्रालय ने कहा, वास्तविक नियंत्रण रेखा से सेना के हटने से बात बनेगी
भारत और चीन (India China) के बीच जारी सीमा विवाद को लेकर गुरुवार को वर्किंग मैकेनिजम फॉर कंसल्टेशन एंड कॉर्डिनेशन ऑन इंडिया-चीन बॉर्डर (WMCC) की बैठक में लंबी बातचीत हुई थी. जिसके बाद दोनों पक्षों ने फिर कहा है कि वे वेस्टर्न सेक्टर में एलएसी (LAC) पर से सैनिकों के पूरी तरह हटने को लेकर गंभीरता से काम करते रहेंगे. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि दोनों पक्ष इस बात पर भी सहमत हुए कि सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और शांति की पूर्ण बहाली द्विपक्षीय संबंधों के समग्र विकास के लिए आवश्यक होगी. भारत और चीन की तरफ से दोनों पक्षों ने सैन्य और कूटनीतिक माध्यमों के जरिए बातचीत जारी रखने पर सहमति जताई.
भारत और चीन (India China) के बीच जारी सीमा विवाद को लेकर गुरुवार को वर्किंग मैकेनिजम फॉर कंसल्टेशन एंड कॉर्डिनेशन ऑन इंडिया-चीन बॉर्डर (WMCC) की बैठक में लंबी बातचीत हुई थी. जिसके बाद दोनों पक्षों ने फिर कहा है कि वे वेस्टर्न सेक्टर में एलएसी (LAC) पर से सैनिकों के पूरी तरह हटने को लेकर गंभीरता से काम करते रहेंगे. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि दोनों पक्ष इस बात पर भी सहमत हुए कि सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और शांति की पूर्ण बहाली द्विपक्षीय संबंधों के समग्र विकास के लिए आवश्यक होगी. भारत और चीन की तरफ से दोनों पक्षों ने सैन्य और कूटनीतिक माध्यमों के जरिए बातचीत जारी रखने पर सहमति जताई.
बता दें कि पूर्वी लद्दाख में गलवान घाटी पर रात को भारतीय सैनिक और चीनी सैनिक के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद से ही भारत और चीन आमने सामने हैं. चीन की हर चाल का माकुल जवाब भारत देने के लिए तैयार खड़ा है. वहीं इससे दोनों देशों में कई बार बैठक हुई लेकिन कोई हल नहीं निकल पाया. जुलाई में हुई बैठक के दौरान दोनों देशों के सैनिकों के बीच सहमति बनी कि दोनों देश वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) से अपने सैनिकों को जल्द से जल्द हटाएंगे.
ANI का ट्वीट:-
उल्लेखनीय है कि भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में तब हालात और खराब हो गए जब 15 जून को गलवान घाटी में चीनी सैनिकों ने भारतीय जवानों के साथ खूनी झड़प की. इस झड़प में भारत के 20 सैन्यकर्मी शहीद हुए थे, जबकि अमेरिका की एक खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक चीन के 35 जवान हताहत हुए, लेकिन चीन ने पीएलए (पीपल्स लिबरेशन आर्मी) जवानों के हताहत होने की जानकारी अब तक छुपा रखी है.