
नई दिल्ली. देश में कोरोना (Coronavirus) का कोहराम थमा नहीं है तो दूसरी तरफ भारत-चीन (India-China Border) के बीच बॉर्डर पर तनाव बरकरार है. चीन की तरफ से लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर 5 हजार सैनिकों की तैनात के बाद भारतीय सेना (Indian Army) ने भी वहां अपनी आर्मी जवानों की संख्या बढ़ा दी है. चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) को करारा जवाब देने के लिए भारतीय सेना के जवान पूरी तरह तैयार हैं. इसी कड़ी में भारत-चीन के बीच चल रहे तनाव के बीच डिफेंस एक्सपर्ट पी.के सहगल की प्रतिक्रिया आई है. सहगल ने कहा कि चीन ने भारत के सामने 5000 सैनिक तैनात कर दिए हैं. भारत ने भी उतने ही पैमाने पर उत्तराखंड और लद्दाख में सैनिक तैनात कर दिए हैं. चीन दबाव डाल रहा है कि भारत जो उनके तरफ इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण कर रहा है वो उसे बंद करे.
पी.के सहगल ने आगे कहा कि भारत ने इसे बंद करने से साफ मना कर दिया है क्योंकि चीन ने अपनी तरफ बहुत बड़ा कंस्ट्रक्शन किया है भारत तो बस उसकी बराबरी करने की कोशिश कर रहा है. मुझे नहीं लगता कि दोनों में किसी प्रकार का युद्ध होगा. युद्ध करना दोनों के हित में नहीं है. यह भी पढ़े-भारत-चीन बॉर्डर को लेकर मोदी सरकार का बड़ा फैसला, युद्ध की स्थिति में सेना के तुरंत पहुंचने के लिए होगा 44 सड़कों का निर्माण
ANI का ट्वीट-
भारत ने इसे बंद करने से साफ मना कर दिया है क्योंकि चीन ने अपनी तरफ बहुत बड़ा कंस्ट्रक्शन किया है भारत तो बस उसकी बराबरी करने की कोशिश कर रहा है। मुझे नहीं लगता कि दोनों में किसी प्रकार का युद्ध होगा। युद्ध करना दोनों के हित में नहीं है: पी.के. सहगल डिफेंस एक्सपर्ट https://t.co/oMTB5YBDTZ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 26, 2020
वहीं रिपोर्ट की मानें तो लद्दाख सेक्टर में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) के करीब अलग-अलग जगहों पर चीन की तरफ से 5 हजा सैनिकों को तैनात किया गया है. जिसके बाद भारत ने भी इतनी संख्या में अपने जवानों को वहां तैनात किया है. इंडियन आर्मी ने अपने जवानों को उन जगहों पर भी तैनात किया है जहां से चीन घुसपैठ की कोशिश कर सकता है.