नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान क्रमशः 15 और 14 अगस्त को अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता है. इस खास मौके पर एक प्रथा के तौर पर दोनों देशों के प्रधानमंत्री ने अपने देशवासियों को संबोधित किया. इस साल के अपने स्वत्रंत्रता दिवस के भाषण में एक तरफ जहां पीएम मोदी (PM Modi) ने देश को नए शिखर पर पहुचाने के लिए विकास की बात की तो वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तानी पीएम इमरान खान (Imran Khan) ने अपने संबोधन का अधिकाशं हिस्सा कश्मीर (Kashmir) का राग अलापने में व्यर्थ कर दिया.
पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस पर इमरान खान ने दिए करीब 40-मिनट के संबोधन में अधिकांश समय बीजेपी और आरएसएस पर हमला बोलने में गंवाया. जबकि पीएम मोदी ने अपने 90 मिनट से अधिक लंबे भाषण में पाकिस्तान का उल्लेख तक नहीं किया. भारतीय प्रधानमंत्री ने ज्यादातर संबोधन में विकास और नागरिकों की आकांक्षाओं को पूरा करने और विकास के लक्ष्यों को हासिल करने की बात की.
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प्रधानमंत्री मोदी ने आज 73वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लालकिले पर तिरंगा फहराया और देश को संबोधित किया. पीएम मोदी ने देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस और रक्षा बंधन की शुभकामंनाए दीं और किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया. अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री ने देश में हो रहे परिवर्तनों के बारे में विस्तार से बात की और जन भागीदारी के माध्यम से भारत को विकास की नई ऊँचाइयों तक ले जाने के लिए सरकार के विजन को प्रस्तुत किया.
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वहीं पाकिस्तान अपने इस स्वतंत्रता दिवस पर कश्मीरियों के साथ एकजुटता दिखाने का संदेश देने के लिए कश्मीर एकजुटता दिवस मना रहा है. कश्मीरी लोगों के साथ सद्भावना प्रकट करते हुए इमरान खान पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) के मुजफ्फराबाद भी गए. वहां इमरान खान ने भारत को युद्ध की गीदड़भभकी दी है. इमरान खान ने कहा कि भारत सिर्फ कश्मीर तक नहीं रुकेगा, पीओके में भी बढ़ेगा. इस दौरान इमरान ने बालकोट एयर स्ट्राइक को भी दबी जुबान से स्वीकार कर लिया.