देशव्यापी कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी लॉकडाउन के बीच सरकार ने बड़ा ऐलान करते हुए शराब की दुकानें खोल दी हैं. दुकानों के खुलते ही सभी राज्यों और शहरों में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. कई लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) के नियमों का उन्लंघन भी किया जिसे देखते हुए सरकार ने दुकाने बंद करवा दी और शराब की कीमतों में भारी बढ़ोतरी का ऐलान भी कर दिया. ऐसे ही तमिलनाडु (Tamil Nadu) सरकार ने राज्य भर में शराब की दुकानों को खोलने के एक दिन पहले शराब पर प्रति 180 मिलीलीटर की बोतल पर 20 रुपये की बढ़ोतरी की है.
राज्य सरकार ने भारतीय मेड विदेशी शराब पर 15% उत्पाद शुल्क में वृद्धि, सामान्य ब्रांडों पर 10 रुपये की बढ़ोतरी और प्रीमियम ब्रांडों पर प्रति 180 मिलीलीटर की बोतल पर 20 रुपये की बढ़ोतरी की घोषणा की है. ग्रेटर चेन्नई सिटी पुलिस सीमा को छोड़कर सभी तमिलनाडु राज्य विपणन निगम (TASMAC) राज्य में शराब की दुकानें गुरुवार को फिर से खुलेंगी. वहीं राज्य सरकार ने ग्रेटर चेन्नई सिटी पुलिस सीमा क्षेत्र में ओपनिंग की तारीख बाद में घोषित करने का फैसला लिया है.
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Tamil Nadu govt has announced hike of 15% Excise Duty on Indian Made Foreign Liquor, hike of Rs 10 on normal brands&hike of Rs 20 on premium brands per 180 ml bottle.State govt had already ordered opening of state-run liquor shops from May 7,except in #COVID19 containment zones
— ANI (@ANI) May 6, 2020
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले चार महीनों में शराब की कीमतों में यह दूसरा संशोधन है. मौजूदा बढ़ोतरी से राज्य सरकार को चालू वित्त वर्ष में 2,500 करोड़ रुपये की आय होने की आशंका है. 7 मई से राज्य में टिप्परों को शराब की एक पूरी बोतल (750 मिलीलीटर) खरीदने के लिए अतिरिक्त 40 से 80 रुपये का भुगतान करना होगा.
तमिलनाडु में शराब की बिक्री का राष्ट्रीयकरण 'तमिलनाडु राज्य विपणन निगम' (The Tamil Nadu State Marketing Corporation Limited) के साथ किया गया है, जो इसे बेचने वाली एकमात्र एजेंसी है. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) द्वारा कोविड-19 (COVID-19) के प्रसार को रोकने के लिए पुरे देश में लॉकडाउन की घोषणा के बाद TASMAC आउटलेट 24 मार्च से बंद हैं. राज्य में एडप्पादी पलानीस्वामी (Edappadi K Palaniswami) की अगुवाई वाली सरकार ने कहा कि सामाजिक संतुलन के मानदंडों के सख्त कार्यान्वयन से दुकानें फिर से खुल जाएंगी.
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रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय निर्मित विदेशी शराब (आईएमएफएल) पर उत्पाद शुल्क को 15% से संशोधित किया गया है. नई वृद्धि के साथ, प्रीमियम किस्म के 180 मिलीलीटर की कीमतों में 20 रुपये की वृद्धि हुई है और सामान्य आईएमएफएल किस्मों की कीमत 10 रुपये प्रति 180 मिलीलीटर है. खबरों के मुताबिक, तमिलनाडु राज्य सरकार को TASMAC शराब की दुकानों के बंद होने के कारण 3,600 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है. वहीं TOI की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ये आउटलेट लॉकडाउन के बाद से आए हैं और रोजाना 90 करोड़ रुपये का राजस्व नुकसान हुआ है.
आपको यह भी बता दें कि सभी राज्यों की सरकारों ने शराब की कीमतों में 35 से 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी का ऐलान किया है. बात करें उत्तर प्रदेश की सरकार की तो वहां देशी शराब में 5 रुपये, अंग्रेजी शराब में 180 एमएल पर 10 रुपये, 180 एमएल से 500 एमएल तक 20 रुपये और 500 एमएल से ऊपर 30 रुपये की वृद्धि की गई है.