हैदराबाद (Hyderabad) में महिला डॉक्टर के साथ दरिंदगी के बाद हत्या करने वाले चारों आरोपियों को पुलिस ने एनकाउंटर (Police Encounter) में ढेर कर दिया. जब जांच के दौरान जब पुलिस गिरफ्तार आरोपियों को घटनास्थल पर क्राइम सीन रिक्रिएट करने ले जा रही थी. उस समय आरोपी फरार होने कोशिश की, इस दरम्यान पुलिस ने एनकाउंटर उन्हें ढेर कर दिया. लेकिन शायद आपको पता नहीं होगा कि इसी तरह से एक एनकाउंटर साल 2008 में हुआ था. दरअसल दिसंबर 2008 में एक महिला पर वारंगल में एसिड अटैक हुआ था. जिसके बाद तीनो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया. लेकिन घटना के बाद जनता में आक्रोश था और वे कड़ी सजा की मांग कर रहे थे. इसी दौरान तीनो आरोपियों ने पुलिस पर हिरासत में हमला कर दिया था. जिसके बाद पुलिस ने आत्मरक्षा में तीनों को ढेर कर दिया था.
बता दें कि 27 नवंबर की रात को पीड़िता के साथ हैदराबाद के बाहरी इलाके शमशाबाद के पास सामूहिक दुष्कर्म करने और उसकी हत्या के बाद उसके शव को जलाकर फेंक दिया था. पुलिस के मुताबिक, दुष्कर्म के चार आरोपियों ने पहले पीड़िता के स्कूटर को पंक्चर किया और फिर उसकी मदद करने की स्थिति पैदा की और फिर इसके बाद उसे टोल प्लाजा के पास एकांत इलाके में ले गए, जहां दुष्कर्म को अंजाम दिया और फिर उसकी हत्या कर दी. जिसके बाद देशभर में अपराधियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने की मांग की जा रही रही थी.
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वहीं इस घटना के बाद इस घटनाक्रम पर निर्भया की मां आशा देवी ने अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, मैं इस सजा से बेहद खुश हूं. पुलिस ने एक बड़ा काम किया है और मेरी मांग है कि पुलिस कर्मियों के खिलाफ किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की जानी चाहिए. आशा देवी ने आगे कहा, निर्भया के आरोपियों का भी ऐसा हश्र होना चाहिए, पुलिस ने बहुत अच्छा काम किया है. आशा देवी ने कहा, इससे बड़ा इंसाफ और कोई नहीं हो सकता है. हैदराबाद पुलिस का धन्यवाद.