Human Sacrifice: बीमार पति की जान बचाने के लिए महिला ने 6 महीने की बच्ची की चढ़ाई बलि, ऐसे हुआ पर्दाफाश
तमिलनाडू (Tamil Nadu) में मानव बलि का एक हैरान कर देनेवाला मामला सामने आया है. एक महिला ने अपने बीमार पति की जान बचाने के लिए अपनी छह महीने की बच्ची की बलि चढ़ा दी. इस घटना को अंजाम महिला की 48 वर्षीय महिला रिश्तेदार ने पानी के टब में डुबो दिया. महिला ने एक जादूगर की सलाह पर हत्या को अंजाम दिया....
Human Sacrifice: तमिलनाडू (Tamil Nadu) में मानव बलि का एक हैरान कर देनेवाला मामला सामने आया है. एक महिला ने अपने बीमार पति की जान बचाने के लिए अपनी छह महीने की बच्ची की बलि चढ़ा दी. इस घटना को अंजाम महिला की 48 वर्षीय महिला रिश्तेदार ने पानी के टब में डुबो दिया. महिला ने एक जादूगर की सलाह पर हत्या को अंजाम दिया. तमिलनाडु के तंजावुर जिले के मल्लीपट्टिनम के पास हुए अपराध के सिलसिले में महिला, उसके पति और जादूगरनी सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार किए गए लोगों में ए शर्मिला बेगम (48), उनके पति अजरूदीन (50), दोनों मल्लीपट्टिनम के निवासी और जादूगर मोहम्मद सलीम हैं, जो पुदुकोट्टई के कृष्णाजीपट्टिनम इलाके के रहने वाले हैं. तीनों पर नजरुद्दीन (32) और एन शाहिला (24) की छह महीने की बेटी हाजरा की हत्या करने और अपराध के सबूत मिटाने का मामला दर्ज किया गया है. यह भी पढ़ें: Human Sacrifice: कोल्हापुर में नरबली का मामला आया सामने, हल्दी कुमकुम लगे बच्चे का शव बरामद
मामले के विवरण के अनुसार, बच्ची का शव 15 दिसंबर को पानी के टब में मिला था. उसके रिश्तेदारों ने उसकी मौत की सूचना पुलिस को नहीं दी और उसके शव को स्थानीय कब्रिस्तान में दफना दिया. हालांकि, अपराध लंबे समय तक छुपा नहीं रह सका. वीएओ थंगमुथु ने सेतुवाचतिराम पुलिस अधिकारियों को सतर्क किया.
द टाइम्स ऑफ इंडिया द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार सेतुवाचतिराम पुलिस ने उच्च अधिकारियों और राजस्व अधिकारियों के साथ जानकारी साझा की. इसके बाद, एक मामला दर्ज किया गया और तीन आरोपियों की गिरफ्तारी दर्ज की गई,
पुलिस को पूछताछ के दौरान पता चला कि बच्ची की मां की मौसी बेगम और उसका पति अजरुद्दीन कुछ समय पहले विदेश से वापस आए थे. लेकिन जब से वे मल्लीपट्टिनम पहुंचे, तब से अजरुद्दीन बीमार था. शर्मिला ने उसे ठीक करने के लिए जादूगर सलीम से संपर्क किया. सलीम ने उसे एक बकरी और मुर्गे की बलि देने की सलाह दी. उसने उसके निर्देशों का पालन किया, लेकिन अजरुद्दीन की हालत में कोई सुधार नहीं दिखा. इसके बाद उसने बच्ची को पानी से भरे टब में डुबो दिया.