चीन में घातक कोरोना वायरस (Coronavirus) से मरने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. इस बिमारी से अकेले चीन में अब तक 1800 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. पूरी दुनिया इस बीमारी को लेकर खौफ में हैं. वहीं कोरोना वायरस के इलाज को लेकर लगातार रिसर्च जारी है. लेकिन अब तक इसका कोई तोड़ नहीं मिल पाया है. वहीं कोरोना वायरस को लेकर अखिल भारतीय हिंदू महासभा ( Hindu Mahasabha) के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणी (Swami Chakrapani) का एक विवादित बयान सामने आया है. स्वामी चक्रपाणी ने कहा है कि कोरोना वायरस कोई बीमारी नहीं है,बल्कि एक अवतार (Avatar) है जो मांसाहारियों (Non-vegetarians) को सजा देने के लिए आया है.
इतना ही नहीं स्वामी चक्रपाणी घातक कोरोना वायरस की तुलना भगवान नरसिंह (Lord Narsingh) के कर डाली है. उनका कहना है कि चीन में जानवरों को बेरहमी से यातना दी जाती है. इसकी सजा देने आए हैं और उन्हें फिर शाकाहारी बनाने आए हैं. स्वामी चक्रपाणी ने चीन के राष्ट्रपति को नसीहत देते हुए कहा है कि शी जिनपिंग को कोरोना की एक मूर्ति बनाकर उससे माफी मांगनी चाहिए और वादा करना चाहिए की आगे से चीन में जानवरों को नहीं मारा जाएगा तब जाकर इस वायरस का प्रकोप खत्म होगा. यह भी पढ़ें:- चीन: कोरोना वायरस से मरने वालों का आंकड़ा 2000 के पास, 10000 से ज्यादा मरीजों को ठीक होने के बाद अस्पताल से मिली छुट्टी.
गौरतलब हो कि चीन में फैली कोरोना वायरस से पूरी दुनिया सकते हैं. इस वायरस से बचने के लिए हर संभव कोशिश भारत में भी की जा रही है. अगर चीन में कोरोना वायरस से फैले प्रकोप पर नजर डालें तो चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने सोमवार को कहा था कि रविवार को वायरस से 105 लोगों की मौत हो गयी जबकि संक्रमण के 2,048 नए मामलों की पुष्टि के साथ कोविड-19 से प्रभावित लोगों की संख्या 70,548 हो चुकी है.
रविवार तक जान गंवाने वालों में से हुबेई प्रांत में 100, हेनान में तीन और गुआंगडोंग में दो लोगों की मौत हुई है. कोरोना वायरस से मुकाबले के प्रयासों में वैश्वि विशेषज्ञ भी शामिल हो गए हैं. वहीं चीन ने 12 सदस्यों वाली डब्ल्यूएचओ की टीम के आने की पुष्टि की है जिसमें अमेरिका के विशेषज्ञ भी शामिल हैं.