यूपी में नवजात शिशुओं को बेहतर इलाज मुहैया कराने के लिए स्वास्थ्य उपकेंद्र बनेंगे
नवजात शिशुओं को बेहतर इलाज मुहैया कराने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के हर जिले में बेड की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ न्यू बोर्न स्टेबलाइजेशन यूनिट और स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट स्थापित करने का फैसला किया है.
लखनऊ, 21 अप्रैल : नवजात शिशुओं को बेहतर इलाज मुहैया कराने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार (Government of Uttar Pradesh) ने राज्य के हर जिले में बेड की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ न्यू बोर्न स्टेबलाइजेशन यूनिट और स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट स्थापित करने का फैसला किया है. फिलहाल प्रदेश के महिला चिकित्सालयों में शिशुओं के लिए 12 बिस्तरों से लैस स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट हैं, जिनकी संख्या अब तेजी से बढ़ाई जाएगी.
एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि अगले पांच साल में 10 हजार नए उपकेंद्र स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है. इन स्वास्थ्य उपकेंद्रों के खुलने से ग्रामीणों को अपने क्षेत्र में कई सुविधाएं मिलेंगी. इन केंद्रों में मातृ स्वास्थ्य, बाल स्वास्थ्य, टीकाकरण, किशोर स्वास्थ्य, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर चेकअप और इलाज की व्यवस्था होगी. इसके साथ ही योग और व्यायाम, परामर्श, स्कूली स्वास्थ्य शिक्षा और आपातकालीन चिकित्सा सुविधाएं भी उपलब्ध रहेंगी. टीकाकरण और मातृ स्वास्थ्य जांच के अलावा, मौसमी बीमारियों जैसे ट्यूबरक्लोसिस और मलेरिया को रोकने के उपायों के साथ इलाज की सुविधा भी दी जाएगी. यह भी पढ़ें : यूपी में पांच साल में होगा 7500 करोड़ का निवेश, सृजित होंगे 5 लाख रोजगार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरे उत्तर प्रदेश में ग्रामीण और शहरी स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के लिए जमीनी स्तर पर तेजी से काम किया है. नतीजतन, छोटे अस्पतालों से लेकर बड़े अस्पतालों तक रेफरल मामलों में भारी कमी आई है. राज्य सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं के बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए लगातार काम कर रही है. पिछले पांच सालों में, राज्य भर में 5,000 नए स्वास्थ्य उप-केंद्र खोले गए हैं. स्वास्थ्य विभाग को इन नए उपकेंद्रों पर जरूरी उपकरण, डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ की व्यवस्था करने के लिए कहा गया है.