चंडीगढ़: खालिस्तान समर्थक और भगोड़े अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) को गिरफ्तार कर लिया गया है. पंजाब पुलिस ने मोगा गुरुद्वारे से अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार किया गया है. वह कई दिनों से फरार चल रहा था. अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी के बाद उसके पिता का बयान आया है. बेटे की गिरफ्तारी पर अमृतपाल के पिता तरसेम सिंह का कहना है कि उनका बेटा नशे के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा था. Amritpal Singh Arrested: अमृतपाल को चारों तरफ से घेर घेर चुकी थी पंजाब पुलिस, यहां पढ़ें गिरफ्तारी की पूरी इनसाइड स्टोरी.
वारिस पंजाब दे के मुखिया अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह ने कहा, "टीवी के माध्यम से हमें पता चला कि उसने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है. हम भी वही चाहते थे क्योंकि उसके कारण लोगों को परेशान किया जा रहा था... हम इस मामले में लड़ेंगे, पूरे समुदाय को इससे लड़ना चाहिए. वह लोगों को नशीली दवाओं के खतरे से बचाने के लिए काम कर रहा था.
अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह
#WATCH | Amritsar, Punjab | Tarsem Singh, father of Waris Punjab De's #AmritpalSingh, says, "...Through TV we came to know that he surrendered before the Police. We too wanted the same because people were being harassed due to him...We will fight the case, the entire community… pic.twitter.com/Q1xXJO2tBo
— ANI (@ANI) April 23, 2023
अमृतपाल सिंह के पिता ने दावा किया कि उनका बेटा परिवार के संपर्क में नहीं था. साथ ही फरारी के दौरान मीडिया में दिखाई गई तस्वीरें साफ और सही नहीं थीं, क्योंकि अमृतपाल आज भी सिखी स्वरूप में ही दिखा है. वह सिर्फ नशे के खिलाफ काम कर रहा था. वह लोगों को बचा रहा था, नौजवानों को बचा रहा था. सरकार ने उसका साथ देने के बजाय उसे बदनाम किया. सरकार नशे को खत्म करने वाले को खत्म कर रही है यह कोई अच्छा काम नहीं है.
अमृतपाल सिंह की मां ने क्या कहा
गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए, अमृतपाल सिंह की मां बलविंदर कौर ने कहा कि उन्हें अपने बेटे पर गर्व है क्योंकि "वह एक शेर है, और उसने शेर की तरह आत्मसमर्पण कर दिया."
पुलिस ने कहा फरार होने की नहीं थी गुंजाइश
पंजाब पुलिस ने कहा कि मोगा जिले के रोडे गांव में कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह को घेर लिया था जिससे उसके फरार होने की कोई गुंजाइश नहीं थी. पंजाब पुलिस ने अमृतपाल सिंह को एक महीने से अधिक समय से फरार रहने के बाद सुबह करीब छह बजकर 45 मिनट पर रोडे गांव से गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस महानिरीक्षक ने कहा, ‘‘(गुरद्वारा की) पवित्रता बनाए रखने के लिए पुलिस गुरुद्वारे में नहीं घुसी और वह जानता था कि अब वह भाग नहीं सकता क्योंकि पंजाब पुलिस ने उसे घेर लिया है. पंजाब पुलिस ने चारों ओर से गांव को घेर लिया था.’’