Hathras Stampede: पीएम मोदी ने सीएम योगी से फोन पर लिया हाथरस का हाल, मुआवजे का ऐलान
उत्तर प्रदेश के हाथरस स्थित रतिभानपुर में मंगलवार को सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई. धार्मिक समागम में मची भगदड़ में 50 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए.
हाथरस: उत्तर प्रदेश के हाथरस स्थित रतिभानपुर में मंगलवार को सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई. धार्मिक समागम में मची भगदड़ में 50 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए. कई मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भगदड़ में 100 से ज्यादा लोगों की मौत की आशंका है. जानकारी के मुताबिक हादसे में मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं. अधिकारियों ने बताया कि भगदड़ 'सत्संग' कार्यक्रम के दौरान हुई, जिसमें श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी थी. जिलाधिकारी आशीष कुमार ने बताया कि घटना में अब तक 50 से 60 लोगों की मौत होने की जानकारी मिली है.
एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह के अनुसार, एटा अस्पताल में 27 शव पहुंचे हैं, जिनमें 23 महिलाएं, तीन बच्चे और एक पुरुष शामिल हैं. अस्पताल से मिली रिपोर्ट के अनुसार मरने वालों की संख्या 50 से 60 के बीच हो सकती है.
पीएम मोदी ने दिया मदद का भरोसा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एक सत्संग समारोह के दौरान भगदड मचने से बड़ी संख्या में लोगों की मौत पर दुख जताते हुए पीड़ितों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "उत्तर प्रदेश के हाथरस में मची भगदड़ में कई लोगों के मरने की खबर है. मैं इस हादसे में जान गंवाने वालों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं. मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. राज्य सरकार की निगरानी में प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा हुआ है. केंद्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारी लगातार उत्तर प्रदेश सरकार के संपर्क में हैं. मैं इस सदन के माध्यम से सभी को आश्वस्त करता हूं कि पीड़ितों की हरसंभव मदद की जाएगी."
PM मोदी ने CM योगी से की बात
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी है कि उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए दुखद हादसे को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से बात की. यूपी सरकार सभी पीड़ितों की हरसंभव सहायता में जुटी हुई है. मेरी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं, जिन्होंने इसमें अपने प्रियजनों को खोया है. इसके साथ ही मैं सभी घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं.
इस बीच, कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने एटा के अस्पताल में 60 से अधिक शव लाए जाने का दावा किया. पीड़ितों को मृत अवस्था में या बेहोशी की हालत में ट्रकों तथा अन्य वाहनों में लाद कर सिकंदराराऊ ट्रामा सेंटर लाया गया. शवों को स्वास्थ्य केंद्र के बाहर रखा गया, जहां लोगों की भारी भीड़ एकत्र हो गई.
प्रधानमंत्री कार्यालय ने मृतकों के परिजनों के लिये दो-दो लाख रुपये और घायलों के लिये 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दिये जाने की घोषणा की. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये तथा घायलों को 50-50 हजार की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं.