Hathras Gangrape Case: उत्तर प्रदेश के ADG प्रशांत कुमार ने कहा-पीड़िता का पुलिस ने जबरन नहीं कराया अंतिम संस्कार
यूपी के हाथरस में हुए गैंगरेप मामले में पीड़िता की मौत के बाद से ही देश की सियायत गरमाई हुई है. विपक्ष लगातार यूपी की बीजेपी सरकार पर हमलावर है. दूसरी तरफ पीड़िता के अंतिम संस्कार को लेकर यूपी पुलिस कटघरे में नजर आ रही है. दरअसल पुलिस पर आरोप है कि बिना परिवार की अनुमति के बिना पुलिस ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया है.

नई दिल्ली, 30 सितंबर. यूपी (Uttar Pradesh) के हाथरस (Hathras Gangrape Case) में हुए गैंगरेप मामले में पीड़िता की मौत के बाद से ही देश की सियायत गरमाई हुई है. विपक्ष लगातार यूपी की बीजेपी सरकार पर हमलावर है. दूसरी तरफ पीड़िता के अंतिम संस्कार को लेकर यूपी पुलिस कटघरे में नजर आ रही है. दरअसल पुलिस पर आरोप है कि बिना परिवार की अनुमति के बिना पुलिस ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया है. लगातार हो रही बयानबाजी के बीच उत्तर प्रदेश पुलिस के एडीजी प्रशांत कुमार (ADG Prashant Kumar) ने मामले पर बयान देते हुए साफ किया कि पुलिस ने पीड़िता का जबरन अंतिम संस्कार नहीं कराया है.
हाथरस गैंगरेप मामले पर बात करते हुए यूपी पुलिस के एडीजी ( लॉ एंड ऑर्डर ) प्रशांत कुमार ने कहा कि कल सुबह पीड़िता की मृत्यु हो गई थी और देर रात पोस्टमार्टम के बाद जब शव पहुंचा तो परिवार वालों की सहमति से और उनकी उपस्थिति में अंतिम संस्कार कराया गया था. यह भी पढ़ें-Hathras Gangrape: पीड़िता की मौत के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने जांच के लिए बनाई तीन-सदस्यीय SIT, 7 दिन में मांगी रिपोर्ट
ANI का ट्वीट-
प्रशांत कुमार ने कहा कि कुछ महिलाओं द्वारा आरोप लगाए गए हैं, परन्तु सत्य यही है कि उनकी उपस्थित से और सहमति से (अंतिम संस्कार) कराया गया था. शांति व्यवस्था के लिए वहां पुलिस उपस्थित थी. डेड बॉडी भी खराब हो रही थी, इसलिए घर के लोगों ने सहमति जताई थी कि रात को ही कर देना उचित होगा.
गौर हो कि हाथरस गैंगरेप पीड़िता की मौत मंगलवार को हुई. जिसके बाद देर रात करीब 3 बजे पुलिस ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया. यूपी पुलिस पर आरोप है कि पीड़िता के अंतिम संस्कार के दौरान उसके परिवार को घर में बंद किया गया था.