Hathras Gangrape Case: SIT ने पूरी की हाथरस कथित गैंगरेप और हत्या मामले की जांच, जल्द सरकार को देगी रिपोर्ट
यूपी पुलिस (Photo Credit: PTI)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के हाथरस कथित गैंगरेप और हत्या मामले की एसआईटी (विशेष जांच दल) जांच पूरी हो गयी है. एसआईटी जल्द ही अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपने वाली है. इस बीच देश की शीर्ष कोर्ट ने इस मामले की निगरानी इलाहाबाद हाईकोर्ट को करने के लिए कही है. 4-Year-old Girl Raped In Hathras: उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक और हैवानियत, 4 साल की बच्ची से रेप

हाथरस मामले की सीबीआई जांच भी चल रही है. हालाँकि शुरुआत में ही बाधा आ गई. जांचकर्ताओं ने पाया कि जिस दिन पीड़िता को अस्पताल लाया गया था, उस दिन यानी 14 सितंबर की अस्पताल की सीसीटीवी फुटेज गायब है. हाथरस के जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक इंद्र वीर सिंह ने कहा कि अगर पुलिस ने उनसे कहा होता तो वह अस्पताल फुटेज को सुरक्षित रख लेते.

उन्होंने कहा, "पुराने फुटेज को हर सात दिन में डिलीट कर दिया जाता है और नए फुटेज को इस पर रिकॉर्ड कर लिया जाता है. जब तक विशेष रूप से कहा नहीं जाता है, हम बैक-अप नहीं रखते हैं." पीड़िता को घटना के बाद इलाज के लिए सबसे पहले जिला अस्पताल ले जाया गया था और फुटेज में उसकी हालत के बारे में महत्वपूर्ण सबूत मिलने की संभावना थी, कि कथित तौर पर हमले के बाद उसकी हालत क्या थी.

डॉक्टरों के बयान दर्ज करने और सबूतों की जांच करने के लिए सीबीआई की टीम अस्पताल गई थी. न्यूज़ अगेंचु आईएएनएस ने सीबीआई सूत्रों के हवाले से बताया कि जब पीड़िता को यहां लाया गया था तब फुटेज से उन्हें पीड़िता की स्थिति का पता लगाने में मदद मिलती कि उसे कब लाया गया था, उसे किसने देखा था और जब वह यहां थी तो उससे किसने बात की थी.

उन्होंने कहा, "एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि 'अस्पताल का अपराध से संबंधित जांच से कुछ लेना देना नहीं है. जब तक अस्पताल में कोई अपराध नहीं होता है या लापरवाही की सूचना नहीं दी जाती है, इस पर आपराधिक जांच का कोई असर नहीं पड़ता है.' ये अलग-अलग चीजें हैं. यही वजह है कि सीसीटीवी फुटेज को ध्यान में नहीं रखा गया."

उल्लेखनीय है कि यूपी के हाथरस जिले में बीते 14 सितंबर को कथित रूप से दलित युवती के साथ चार लोगों ने सामूहिक बलात्कार किया. हवस का शिकार बनाने के बाद आरोपियों ने पीड़िता को जान से मारने की कोशिश की. आखिरकार गंभीर हालत में पीड़िता को दिल्ली इलाज के लिए भेजा गया, लेकिन बाद में उसकी मौत हो गयी.