Hathras Gangrape Case: हाथरस पीड़िता के परिवार पर दबाब बनाने की खबरों का डीएम पी.के. लक्षकार ने किया खंडन, कहा-नकारात्मक खबरें चलाई जा रही हैं
यूपी के हाथरस गैंगरेप में पीड़िता की मौत के मामले में बयानबाजी का दौर शुरू है. साथ ही हर मोर्चे पर यूपी पुलिस सहित प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं. इस मामले में कांग्रेस सहित समूचा विपक्ष लगातार बीजेपी सरकार को आड़े हाथ ले रहा है. इसी कड़ी में पीड़िता के परिवार ने आरोप लगाया कि हाथरस के डीएम प्रवीण कुमार ने धमकाने और दबाव डालने की बात कही. इस खबर पर विवाद बढ़ता देख अब डीएम पीके पक्षकार का कहना है कि नकारात्मक खबरें चलाई जा रही हैं. मैंने कोई दबाब परिवार पर नहीं डाला है.
नई दिल्ली, 1 अक्टूबर. यूपी के हाथरस गैंगरेप (Hathras Gangrape Case) में पीड़िता की मौत के मामले में बयानबाजी का दौर शुरू है. साथ ही हर मोर्चे पर यूपी पुलिस सहित प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं. इस मामले में कांग्रेस सहित समूचा विपक्ष लगातार बीजेपी सरकार को आड़े हाथ ले रहा है. इसी कड़ी में पीड़िता के परिवार ने आरोप लगाया कि हाथरस के डीएम प्रवीण कुमार ने धमकाने और दबाव डालने की बात कही. इस खबर पर विवाद बढ़ता देख अब डीएम पीके लक्षकार (PK Laxkar) का कहना है कि नकारात्मक खबरें चलाई जा रही हैं. मैंने कोई दबाब परिवार पर नहीं डाला है.
डीएम पी.के. लक्षकार ने कहा कि कल पीड़ित परिवार के 6 सदस्यों के साथ बैठकर 1 से 1.5 घंटे तक मेरी बातचीत हुई. उन्होंने सभी मांगों पर सहमति दी. उनपर किसी प्रकार का कोई दबाव नहीं था. हमारे पास बातचीत का वीडियो भी है. उन्होंने आगे कहा कि मुझे आज पता चला कि पीड़ित परिवार किसी बिन्दु पर खुश नहीं है तो मैं आज उनसे फिर मिलने गया था. मैंने उनकी नाराज़गी जानने की कोशिश की. जो नकारात्मक ख़बरें चलाई जा रही हैं, मैं उनका खंड़न करता हूं . यह भी पढ़ें-Hathras Case: शिवसेना सांसद संजय राउत ने यूपी पुलिस पर बोला हमला, कहा-हाथरस जाते समय रास्ते में जिस तरह से राहुल गांधी के साथ हाथापाई और धक्का-मुक्की हुई, वह ठीक नहीं
ANI का ट्वीट-
ज्ञात हो कि ऐसी खबरें है कि हाथरस पीड़िता के परिवार को धमकी दी जा रही है. उन्हें मामले को रफा-दफा करने के लिए कहा जा रहा है. दूसरी तरफ यूपी के एडीजी ने दावा करते हुए कहा कि पीड़िता के साथ रेप नहीं हुआ है. उनका कहना है कि पीड़िता की मौत गले में चोट लगने और उसके सदमे से हुई है. उन्होंने इसके पीछे फॉरेंसिक साइंस लैब की रिपोर्ट का हवाला दिया है.