Haridwar Kumbh Mela 2021: IIT रुड़की के ऐप से हरिद्वार कुंभ में होगा क्राउड मैनेजमेंट, श्रद्धालुओं को भी होगी सुविधा
अगले साल हरिद्वार में शुरू होने वाले कुंभ मेले की तैयारियां जोरो पर है. हरिद्वार में कुंभ मेला 11 मार्च से शुरू होने वाला है और 27 अप्रैल को संपन्न होगा. कोरोना वायरस महामारी के बावजूद कुंभ मेले में लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है.
देहरादून: अगले साल हरिद्वार (Haridwar) में शुरू होने वाले कुंभ मेले (Kumbh Mela 2021) की तैयारियां जोरो पर है. हरिद्वार में कुंभ मेला 11 मार्च से शुरू होने वाला है और 27 अप्रैल को संपन्न होगा. कोरोना वायरस महामारी के बावजूद कुंभ मेले में लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है. इसके मद्देनजर भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) रुड़की ने आगामी कुंभ में श्रद्धालुओं की सुविधा व भीड़ नियंत्रण के लिए अनोखा ऐप तैयार किया है. अखाड़ा परिषद चाहता है हरिद्वार कुंभ मेले का भव्य आयोजन
संस्थान के एक वैज्ञानिक ने ट्रैकर नाम से इस ऐप को विकसित किया है. इससे कुंभ में भीड़ की वर्तमान स्थिति की जानकारी मिलेगी. यानी की कुंभ मेले में रियल टाइम में किस स्थान पर कितनी भीड़ है, यह पता चलेगा. साथ ही ऐप की मदद से कुंभ में शामिल हर व्यक्ति को भी ट्रैक किया जा सकता है. यह ऐप भीड़ नियंत्रण प्रबंधन में प्रशासन के लिए बहुत मददगार साबित होगा.
आइआइटी रुड़की के सिविल विभाग के वैज्ञानिक प्रोफेसर कमल जैन ने ट्रैकर नाम से इस मोबाइल ऐप को बनाया है. जैन ने बताया कि उनका ट्रैकर ऐप जीपीएस, डाटा को एनालिसिस कर हर व्यक्ति की लाइव लोकेशन बता सकती है. जैन का दावा है कि यह ऐप भीड़ को मैनेज करने में प्रशासन की बहुत मदद करेगा. ट्रैकर हर परिक्षण में खरा उतरने के बाद पेटेंट भी करा लिया गया है.
उल्लेखनीय है कि हरिद्वार में शुरू होने वाले कुंभ मेले के लिए केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों की 40 कंपनियां तैनात की जाएंगी. शाही स्नान के दिन केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों की करीब एक दर्जन कंपनियों को मेला क्षेत्र में तैनात किया जाएगा. जबकि केंद्र सरकार खोजी स्वान के साथ राष्ट्रीय सुरक्ष गार्ड (एनएसजी कमांडो), ‘स्नाइपर’ (निशानेबाज) और बम निष्क्रिय करने वाले दस्ते भी भेज रहा है.