हरिद्वार: हरिद्वार (Haridwar) में चले रहे महाकुंभ (Mahakumbh) का आज तीसरा साही स्नान (Sahi Snan) हैं. आम लोगों के स्नान के बाद तमाम अखाड़ों के संतों का शाही स्नान होगा. दूसरे शाही स्नान में सबसे पहले निरंजनी अखाड़े के साधुओं ने हरिद्वार में हर की पौड़ी पर गंगा नदी में शाही स्नान किया. सभी अखाड़ो को आधा-आधा घंटा स्नान का समय दिया गया है. मेष संक्रांति पर आज गंगा में डुबकी लगाने के लिए बड़ी तादाद में श्रद्धालु हरिद्वार में जमा है. सुबह से गंगा स्नान का सिलसिला जारी है. आज बैसाखी का त्योहार है. Haridwar: शाही स्नान से ठीक पहले आधा दर्जन से अधिक संत कोरोना पॉजिटिव, महाकुंभ में खलबली
बता दें कि हरिद्वार में भी कोरोना के मामलों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही हैं. मंगलवार को हरिद्वार में कोरोना के कुल 594 नए केस दर्ज किए गए. हरिद्वार कुंभ में श्रद्धालुओं की भीड़ पर लगातार चिंता जताई जा रही है. तमाम तरह की गाइडलाइन्स की भी बातें की गई, लेकिन तस्वीरें बता रही हैं कि यहां कोरोना के नियमों का पालन बिलकुल भी नहीं हो रहा हैं.
#KumbhMela: Devotees take a holy dip in river Ganga at Har Ki Pauri in Haridwar, Uttarakhand. pic.twitter.com/TUS2IMPcwb
— ANI (@ANI) April 13, 2021
Baisakhi's snan is considered to be biggest of all 4 shahi snan & 11 snan of #Kumbh combined. Compared to 1.60 cr people who arrived here in 2010, as captured by satellite image, around 6 lakh people arrived this year for Baisakhi snan: Kumbh Mela IG Sanjay Gunjyal #Uttarakhand pic.twitter.com/ryr0Krjy4m
— ANI (@ANI) April 14, 2021
सोमवार को हरिद्वार कुंभ में करीब 30 लाख श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई थी. कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच इतने अधिक लोगों की मौजूदगी कई सवाल खड़े कर रही थी. खुद आईजी मेला संजय गुंज्याल ने कहा था कि भारी भीड़ के कारण सोमवार चालान जारी करना व्यावहारिक रूप से संभव नहीं है.
संजय गुंज्याल ने कहा, बैसाखी का स्नान संयुक्त रूप से सभी 4 शाही स्नान और कुंभ के 11 स्नानों में से सबसे बड़ा माना जाता है. सेटलाइट तस्वीर के अनुसार, यहां बैसाखी का शाही स्नान के लिए 2010 में 1.60 करोड़ लोग आए थे पर इस साल लगभग 6 लाख लोग बैसाखी स्नान के लिए पहुंचे हैं.