हंदवाड़ा एनकाउंटर: शहीद मेजर अनुज सूद के फौजी पिता ने कहा- बेटे ने अपना सर्वोच्य बलिदान देकर लोगों की जान बचाई

उत्तरी कश्मीर हंदवाड़ा के छंजमुला में शनिवार को आतंकियों के साथ शुरू हुई मुठभेड़ में पंचकूला अमरावती इंक्लेव के रहने वाले मेजर अनुज सूद समेत चार सेना के जवान शहीद हो गए थे. अनुज सूद के शहादत पर उनके पिता आरडीटी ब्रिगेडियर चंद्रकांत सूद ने कहा है कि कि मेजर ने सर्वोच्य बलिदान दिया है

Handwara Martyr Major Anuj Sood’s Father Chandrakant Sood (Photo Credits: ANI)

नई दिल्ली: उत्तरी कश्मीर हंदवाड़ा (Handwara) के छंजमुला में रविवार को आतंकियों के साथ हुए मुठभेड़ में पंचकूला अमरावती इंक्लेव के रहने वाले मेजर अनुज सूद (Martyr Major Anuj Sood) समेत चार सेना के जवान शहीद हो गए थे. अनुज सूद के शहादत पर उनके पिता आरडीटी ब्रिगेडियर चंद्रकांत सूद (Chandrakant Sood) ने कहा है कि कि मेजर ने सर्वोच्य बलिदान देते लोगों की जान बचाई. बेटे के शहादत पर उन्होंने नम आंखो से कहा कि उन्हें मेजर की पत्नी को लेकर दुःख हैं कि 3-4 महीने पहले ही दुल्हन बन कर इस घर में आई थी. लेकिन उनके पति मेजर अनुज सूद आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए.

सेना के जवानों के शहादत पर पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने रविवार को कहा, ‘‘यह सूचित करते हुए दुख हो रहा है कि मेजर अनुज सूद , कर्नल आशुतोष शर्मा, और जम्मू कश्मीर पुलिस के उपनिरीक्षक शकील काजी समेत पांच बहादुर सुरक्षाकर्मी कर्तव्य पालन करते हुए शहीद हो गए. ’’उन्होंने बताया कि कर्नल और उनकी टीम ने आतंकवादियों द्वारा बंधक बनाए गए नागरिकों को बहादुरी से मुक्त करा लिया. जिस में आतंकी मारे गए, लेकिन इस मुठभेड़ में उनके पांच जवान शहीद हो गए. यह भी पढ़े: जम्मू-कश्मीर: हंदवाड़ा मुठभेड़ में शहीद जवानों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी श्रद्धांजलि, कही ये बात

दरअसल सेना के अधिकारियों को सूचना मिली कि कुपवाड़ा जिले में हंदवाड़ा के चंगीमुल्ला इलाके में एक मकान में आतंकवादियों द्वारा कुछ नागरिकों को बंधक बनाए जाने की खुफिया सूचना मिलने के बाद सेना तथा जम्मू कश्मीर पुलिस ने एक संयुक्त अभियान चलाया था. इसने बताया कि पांच सैन्य और पुलिस कर्मियों की टीम नागरिकों को छुड़ाने के लिए आतंकवादियों के कब्जे वाले इलाके में घुसी और नागरिकों को सफलतापूर्वक बचा लिया. लेकिन इस मिशन में  सेना के चार जवान और पुलिस वाले की जान चली गई. (इनपुट भाषा)

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