Gurugram: सरकारी खजाने से 19 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने वाला आरोपी गिरफ्तार
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: PTI)

गुरुग्राम: गुरुग्राम पुलिस (Gurugram Police) ने अपने नौकर के नाम पर फर्जी कंपनी (Fake Company) दर्ज कर सरकारी खजाने (Government Treasury) से 19.90 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी (Fraud) करने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार (Arrest) किया है. आरोपी की पहचान दिल्ली (Delhi) के रोहिणी निवासी वीरेंद्र सिंह (Virendra Singh) के रूप में हुई है. अधिकारियों ने बताया कि उसे एक गुप्त सूचना के आधार पर 23 जून को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है और तब से वह पुलिस रिमांड पर है. Gurugram: गुरुग्राम पुलिस ने साइबर सुरक्षा पर 5,800 से ज्यादा छात्रों को प्रशिक्षण दिया

मामले के संबंध में गुरुग्राम के सदर थाने में एक आबकारी एवं कराधान अधिकारी द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई थी. पुलिस के अनुसार, आरोपी ने एम. जी. रोड, सिकंदरपुर घोसी, गुरुग्राम में अपने नौकर मनोज कुमार के नाम फर्जी फर्म मेसर्स नम: इंटरप्राइजेज को पंजीकृत कराया था.

शिकायतकर्ता ने अपने रिकॉर्ड के अनुसार, पुलिस को बताया कि आरोपी ने अपनी फर्जी फर्म के जरिए सरकारी खजाने से 19,90,35,263 रुपये की धोखाधड़ी की है.

जब एक एक्साइज एंव टैक्स विभाग की टीम ने रिकॉर्ड की जांच के लिए पंजीकृत फर्म के कार्यालय का दौरा किया, तो यह नकली पाई गई और उल्लिखित पते पर कोई फर्म कार्यालय नहीं था. इसके बाद उन्होंने मामले की सूचना पुलिस को दी.

गुरुग्राम पुलिस के प्रवक्ता सुभाष बोकेन ने आईएएनएस को बताया, शिकायत के आधार पर सदर पुलिस स्टेशन में केंद्रीय बिक्री कर (सीएसटी) अधिनियम सहित भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.

पूछताछ के दौरान आरोपी ने पुलिस के सामने खुलासा किया कि उसने अपने नौकर की ओर से एक फर्जी दस्तावेज तैयार किया था और टैक्स से बचने और गिरफ्तारी से बचने के लिए फर्जी दस्तावेजों के आधार पर एक फर्म दर्ज की थी. बोकेन ने कहा कि आरोपी प्लाइबोर्ड खरीदने और बेचने का काम करता है.