Gujarat Rains: देश के कई हिस्सों में लगातार बारिश का कहर जारी है, भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने महाराष्ट्र और गुजरात के कुछ जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने गुजरात में डांग, नवसारी, वलसाड, तापी और सूरत में भारी से बहुत भारी बारिश की भविष्यवाणी की है. वहीं भारी बारिश के बीच नवसारी के कई हिस्से तेजी से जलमग्न हो रहे हैं, जिससे लोगों और जानवरों को परेशानी हो रही है. इसके अलावा, बाढ़ जैसी स्थिति के मद्देनजर गुजरात के वलसाड जिले में स्कूल बंद रहेंगे.
राजकोट में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है. गुजरात में लगातार हो रही भारी बारिश से मंगलवार को राजकोट सिविल अस्पताल में बाढ़ आ गई. बारिश का पानी अस्पताल के बेसमेंट में घुस गया, जिससे मरीजों को परेशानी हुई. बारिश के पानी से गुजरते हुए मरीजों के परिजन संघर्ष करते दिखे.
#WATCH | Gujarat: Heavy rain causes a flood-like situation in Rajkot. Residents living in the lower reaches have been asked to remain alert. pic.twitter.com/TBg5SFG3Jm
— ANI (@ANI) July 12, 2022
#WATCH | Gujarat: Several parts of Navsari inundate increasingly amid a heavy downpour, causing distress to people and animals#GujaratFloods pic.twitter.com/yJQGJhKlmF
— ANI (@ANI) July 12, 2022
वहीं अहमदाबाद में भी भारी बारिश के कारण भीषण जलजमाव और बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है. बता दें कि दक्षिण और मध्य गुजरात के कई क्षेत्रों में पिछले 24 घंटों में भारी बारिश हुई है, जिसके परिणामस्वरूप कई शहरी इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है, जबकि ग्रामीण गुजरात में खेतों में पानी भर गया है.
Gujarat | Due to the wash-out of tracks between Dabhoi and Ekta Nagar stations of Vadodara Division, some Western Railway trains today have been cancelled/partially cancelled: Western Railway pic.twitter.com/Nj5zVpNK0t
— ANI (@ANI) July 12, 2022
मौसम विभाग ने आज और अगले पांच दिनों के दौरान कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. वडोदरा मंडल के दभोई और एकता नगर स्टेशनों के बीच पटरियां खराब होने के कारण पश्चिम रेलवे की कुछ ट्रेनों को आज रद्द कर दिया गया है.
गुजरात में बारिश से जुड़ीं घटनाओं में 1 जून से अब तक 63 लोगों की मौत हो चुकी है, इनमें से सबसे ज्यादा 33 लोगों की मौत बिजली गिरने से हुई है. राज्य के राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री राजेंद्र त्रिवेदी ने सोमवार को कहा कि दीवार गिरने से कारण कम से कम 8 लोगों की मौत हो गई. डूबने से 16 लोगों की मौत हुई, पेड़ों के गिरने 5 लोगों की मौत हुई, जबकि बिजली के खंभे गिरने एक की जान गई.