मोरबी: गुजरात के मोरबी (Morbi Bridge Collapse) में रविवार रात को बड़ा हादसा हो गया. यहां मच्छु नदी में बना केबल ब्रिज अचानक टूट जाने से कई लोग नदी में गिर गए. इस हादसे में 130 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त पुल पर 400 से ज्यादा लोग मौजूद थे. गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने हादसे में 132 मौतों की पुष्टि की है. उन्होंने सोमवार को कहा कि मोरबी हैंगिंग ब्रिज गिरने की घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 132 हो गई. Gujarat Bridge Collapse: लापरवाही के चलते हुआ हादसा? बिना फिटनेस सर्टिफिकेट के खोला गया मोरबी पुल.
गुजरात के गृह मंत्री ने आगे बताया कि घटना के संबंध में एक आपराधिक मामला दर्ज किया गया है. मोरबी हादसे को लेकर रखरखाव करने वाली एजेंसी के खिलाफ 304, 308 और 114 के तहत क्रिमिनल केस दर्ज किया गया है. हादसे को लेकर जांच शुरू हो गई है.
तलाशी अभियान जारी
Gujarat | Search and rescue operations underway in Morbi where 132 people died after a cable bridge collapsed yesterday. #MorbiBridgeCollapse pic.twitter.com/uTIZiIu8Ps
— ANI (@ANI) October 31, 2022
मौके पर रेस्क्यू के लिए सेना, नेवी, एयरफोर्स एनडीआरएफ, फायर ब्रिगेड, एसडीआरएफ की टीमें जुटी हुई हैं. हर्ष संघवी ने कहा, "रेंज आईजीपी के नेतृत्व में आज जांच शुरू हो गई है." रात भर सब काम करते रहे. नौसेना, एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा राहत बल), वायु सेना और सेना तुरंत मौके पर पहुंच गई. 200 से अधिक लोगों ने पूरी रात खोज और बचाव अभियान में काम किया है." अब तक 177 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है.
इसके अलावा अन्य जगहों से भी टीमें मौके पर पहुंचने लगी हैं. विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों, राजकोट पीडीयू अस्पताल और सुरेंद्रनगर सिविल अस्पताल के लगभग 40 डॉक्टरों ने मोरबी सिविल अस्पताल में घायलों का आपातकालीन उपचार शुरू किया.
केबल ब्रिज 100 साल से ज्यादा पुराना बताया जा रहा है. यह ब्रिटिश शासन के दौरान बनाया गया था. इसे गुजराती नव वर्ष पर महज 5 दिन पहले ही रिनोवेशन के बाद चालू किया गया था. रिनोवेशन के बाद भी इतना बड़ा हादसा होने पर अब कई तरह के सवाल उठ रहे हैं.