अहमदाबाद: गुजरात के जामनगर जिले में 14 महीने के एक ऐसे शिशु की जांच में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है जिसके विदेश यात्रा करने की कोई सूचना नहीं है. इस मामले के सामने आते ही स्वास्थ्य अधिकारी यह पता लगाने में जुट गए हैं कि किसके संपर्क में आने से बच्चे को संक्रमण हुआ. बच्चे की जांच में रविवार को कोरोना वायरस की पुष्टि हुई थी और इस समय वह वेंटिलेटर पर है. अधिकारियों ने बताया कि बच्चे के माता पिता दरेड़ गांव के जिस क्षेत्र में रहते हैं उसे पूरी तरह बंद कर दिया गया है. जामनगर में कोरोना वायरस संक्रमण का यह पहला मामला है. स्वास्थ्य प्रशासन अब यह पता लगाने का प्रयास कर रहा है कि किसके संपर्क में आने से बच्चे को संक्रमण हुआ.
जामनगर के कलेक्टर रवि शंकर ने कहा कि चूंकि बच्चे के माता पिता सामान्य मजदूर हैं और उन्होंने हाल फिलहाल में कोई विदेश यात्रा नहीं की थी इसलिए स्वास्थ्य अधिकारी संक्रमण के स्रोत का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं. कलेक्टर ने कहा, “बच्चा उत्तर प्रदेश के एक मजदूर दंपति का बेटा है। वे जामनगर शहर के बाहरी क्षेत्र में स्थित दरेड़ औद्योगिक क्षेत्र में रहते हैं और कारखाने में मजदूरी करते हैं। वे बहुत समय से क्षेत्र से बाहर नहीं गए इसके बावजूद उनके 14 महीने का बेटा कोरोना वायरस से संक्रमित हो गया. यह भी पढ़े: कोरोना वायरस का तांडव: COVID-19 से देशभर में अब तक 15 लोगों की मौत, गुजरात में 75 साल महिला की हुई मौत
शंकर ने बताया कि बच्चे की हालत बिगड़ने के बाद उसके माता पिता उसे शनिवार को सरकारी अस्पताल लेकर आए थे।रविवार को बच्चे के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई।शंकर ने कहा, “बच्चे का इलाज चल रहा है। उसके माता पिता में कोई लक्षण नहीं हैं फिर भी उन्हें पृथक-वास में रखा गया है।”राज्य की प्रधान सचिव (स्वास्थ्य) जयंती रवि ने बताया कि बच्चे को वेंटिलेटर पर रखा गया है।कलेक्टर ने बताया कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए दरेड़ गांव में मजदूरों की कालोनी में पूरी तरह लॉकडाउन कर दिया गया है.