Gujarat: ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित 11 वर्षीय फ्लोरा असोदिया को बनाया गया एक दिन के लिए अहमदाबाद का कलेक्टर, देखें तस्वीरें
ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित एक 11 वर्षीय लड़की फ्लोरा असोदिया (Flora Asodia) को शनिवार को अहमदाबाद (Ahmedabad) में एक दिन के लिए कलेक्टर बनाया गया. फ्लोरा हमेशा से आईएस ऑफिसर या कलेक्टर बनने का सपना देखती थी. अहमदाबाद के कलेक्टर संदीप सांगले (Sandip Sangle) ने कहा, "फ्लोरा गांधीनगर की रहने वाली हैं और ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित हैं...
अहमदाबाद, (गुजरात) 19 सितंबर: ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित एक 11 वर्षीय लड़की फ्लोरा असोदिया (Flora Asodia) को शनिवार को अहमदाबाद (Ahmedabad) में एक दिन के लिए कलेक्टर बनाया गया. फ्लोरा हमेशा से आईएस ऑफिसर या कलेक्टर बनने का सपना देखती थी. अहमदाबाद के कलेक्टर संदीप सांगले (Sandip Sangle) ने कहा, "फ्लोरा गांधीनगर की रहने वाली हैं और ब्रेन ट्यूमर (brain tumor) से पीड़ित हैं. पिछले महीने उनकी सर्जरी हुई और उनकी हालत बिगड़ती गई. हमें मेक-ए-विश फाउंडेशन से एक संदेश मिला कि लड़की कलेक्टर बनना चाहती है. अनुरोध मिलने के बाद कलेक्टर ने कहा कि उन्होंने लड़की के परिवार से संपर्क किया और उनसे उसके सपने को पूरा करने का अनुरोध किया. उन्होंने कहा, "हमने फ्लोरा के माता-पिता से एक दिन के लिए उसे कलेक्टर बनाने का अनुरोध किया, लेकिन वे तैयार नहीं थे, क्योंकि सर्जरी के बाद उसकी हालत बिगड़ गई थी, लेकिन आखिरकार हम उन्हें मनाने में सफल रहे. यह भी पढ़ें: One Day Collector: खेत मजदूर की 16 वर्षीय बेटी बनी एक दिन की कलेक्टर, डिसट्रिक्ट एडमिन ने की अनोखी पहल
साथ ही कलेक्टर ने इसी दिन 25 सितंबर को उनका जन्मदिन भी मनाया है. बच्ची पर अपना आशीर्वाद बरसाते हुए, उन्होंने कहा, "काश वह जल्द से जल्द ठीक हो जाती और अपने सपने को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करती. मैं उन सभी को भी धन्यवाद देता हूं जिन्होंने आज उसके सपने को पूरा करने में मदद की."इस बीच फ्लोरा के पिता अपूर्व असोदिया ने उनकी जिंदगी के बारे में सभी को बताया. उन्होंने कहा, "फिलहाल फ्लोरा सातवीं कक्षा में पढ़ रही है और पिछले सात महीने से ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित है.
देखें ट्वीट:
वह नेहा कक्कड़ के गाने सुनना पसंद करती है और हमेशा से आईएस ऑफिसर या कलेक्टर बनना चाहती थी."ब्रेन ट्यूमर डिटेक्ट होने से पहले, वह पढ़ाई में बहुत अच्छी थी. आज, मेक-ए-विश फाउंडेशन के संदीप सर ने मेरी बेटी को कलेक्टर बनने में मदद की. यह मेरे लिए बहुत खुशी की बात है और मैं उसके सपने को पूरा करने के लिए सभी को धन्यवाद देता हूं. बच्ची के पिता ने कहा. कलेक्टर कार्यालय में उनका स्वागत करते हुए फ्लोरा को वहां मौजूद सभी लोगों से कई उपहार मिले.