
देवरिया, उत्तर प्रदेश: आमतौर पर पुलिस अधिकारियों के ट्रांसफर को एक औपचारिक प्रक्रिया माना जाता है, लेकिन देवरिया जिले के मदनपुर थाना क्षेत्र में कुछ अलग ही नज़ारा देखने को मिला. यहां के थाना प्रभारी विनोद कुमार सिंह जब छह महीने की सेवा के बाद ट्रांसफर होकर जा रहे थे, तो स्थानीय लोगों ने उन्हें शाही अंदाज में विदाई दी.
ढोल-नगाड़ों की गूंज, सजी-धजी बग्घियां, सिर पर सजाई गई पगड़ी और फूलों की वर्षा के साथ निकाली गई विदाई यात्रा ने पूरे क्षेत्र में माहौल को भावुक कर दिया. सोशल मीडिया पर इस विदाई समारोह के कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें स्थानीय लोग श्री सिंह को माला पहनाते और सम्मानित करते नजर आ रहे हैं.
#देवरिया : मदनपुर थानाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह की विदाई में निकाला गया बैंड-बाजे और घोड़े के साथ जुलूस चर्चा का विषय बन गया। विदाई समारोह में थानाध्यक्ष ने वर्दी पहनकर सिर पर साफा बांधा और सैकड़ों लोगों के साथ नगर में जुलूस निकाला। उनका मदनपुर से गौरी बाजार थाने पर तबादला हुआ है।… pic.twitter.com/XmPnfveCFe
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) April 18, 2025
एक वीडियो में लोग सजे हुए घोड़ों पर बैठकर जुलूस निकालते दिख रहे हैं, जबकि एक अन्य क्लिप में किसी ने अपनी पगड़ी उतारकर विनोद सिंह के सिर पर रख दी. यह सब देखकर साफ था कि वह सिर्फ एक पुलिस अफसर नहीं, बल्कि जनता के बीच अपनेपन और भरोसे का प्रतीक बन चुके थे.
👉सिंगा बजाकर थाना प्रभारी का हुआ विदाई।
✍️यूपी के देवरिया जनपद में मदनपुर थाना प्रभारी विनोद कुमार सिंह का थाना गौरी बाजार स्थानांतरण होने पर ढोल नगाड़ों के साथ किया गया विदाई, इस समारोह में शामिल हुए क्षेत्र के सैकड़ो लोग।@CMOfficeUP @Uppolice @DeoriaPolice @diggorakhpur pic.twitter.com/MNAT7FF8f1
— Deoria Times (@deoriatimes) April 17, 2025
श्री सिंह की कार्यशैली ने उन्हें क्षेत्र में बेहद लोकप्रिय बना दिया था. कुछ दिन पहले ही उन्होंने थाने के सभी हिस्ट्रीशीटर अपराधियों की परेड कराई थी, जिससे क्षेत्र में अपराधियों के बीच खौफ फैल गया था. उस घटना का वीडियो भी काफी वायरल हुआ था.
इतना ही नहीं, इंस्पेक्टर सिंह ने सामाजिक कार्यों में भी अहम भूमिका निभाई थी. एक मामले में, जब एक महिला के पिता का गुर्दा फेल हो गया था और उसकी शादी अटक गई थी, तब श्री सिंह ने स्थानीय लोगों की मदद से उस युवती की शादी करवाई. इस तरह की कई घटनाओं ने उन्हें जनता के दिलों में खास जगह दिलाई.
श्री सिंह की विदाई के दौरान कई स्थानीय लोग भावुक भी हो गए. यह दृश्य साबित करता है कि जब एक पुलिस अधिकारी ईमानदारी, संवेदनशीलता और जनता से जुड़ाव के साथ काम करता है, तो वह सिर्फ कानून का रक्षक नहीं, बल्कि समाज का अभिन्न हिस्सा बन जाता है.