'वंचितों को वरीयता' के मंत्र को लेकर काम कर रही है सरकार, रोजगार मेले में पीएम मोदी बोले

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 वर्षों में देश के 13 करोड़ से ज्यादा लोगों के गरीबी से बाहर आने का दावा करते हुए कहा है कि उनकी सरकार वंचितों को वरीयता देने के मंत्र को लेकर काम कर रही है.

(Photo Credits ANI)

नई दिल्ली, 30 नवंबर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 वर्षों में देश के 13 करोड़ से ज्यादा लोगों के गरीबी से बाहर आने का दावा करते हुए कहा है कि उनकी सरकार वंचितों को वरीयता देने के मंत्र को लेकर काम कर रही है. प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को रोजगार मेले के तहत देश भर के 37 स्थानों से जुड़े 51 हजार से ज्यादा युवाओं को विभिन्न सरकारी विभागों और संगठनों में नियुक्ति पत्र देने के बाद उन्हें संबोधित करते हुए कहा कि भारत सरकार की नौकरी में आने के बाद उन्हें भी समाज के अंतिम छोर पर बैठे आदमी के पास भी जाकर उनकी भलाई के लिए काम करना चाहिए.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत सरकार की नीतियों और निर्णय ने देश की अर्थव्यवस्था को एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया है. दुनिया के बड़े-बड़े देश भारत के विकास दर को लेकर बहुत सकारात्मक हैं. आजादी के बाद लंबे समय तक देश में समानता के सिद्धांत की अनदेखी की गई. 2014 से पहले समाज के एक बड़े वर्ग को मूलभूत सुविधाओं से वंचित रखा गया था. 2014 में जब उन्हें देश ने सेवा करने का मौका दिया, सरकार चलाने की जिम्मेदारी दी, तो सबसे पहले हमने 'वंचितों को वरीयता' मंत्र को लेकर आगे बढ़ना आरंभ किया. सरकार खुद चलकर उन लोगों तक पहुंची, जिन्हें कभी योजनाओं का लाभ नहीं मिला. जिन्हें दशकों तक सरकार की तरफ से कोई सुविधा नहीं मिली थी, वे उनका जीवन बदलने का प्रयास कर रहे हैं. यह भी पढ़ें : देश की खबरें | बिना तार्किक आधार के निचले अधिकारी को उच्च पद पर नियुक्ति के लिए मुख्यमंत्री का हस्ताक्षर अपर्याप्त

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में लाखों युवाओं को भारत सरकार द्वारा नौकरी देने का अभियान लगातार जारी है. आज 50 हजार से ज्यादा युवाओं को सरकारी नौकरी के लिए नियुक्ति पत्र दिए गए हैं. ये नियुक्ति पत्र उनके परिश्रम और प्रतिभा का नतीजा है. उन्होंने इन युवाओं को बधाई देते हुए कहा कि भारत सरकार के कर्मचारी के तौर पर आप सभी को बड़े दायित्वों को निभाना है. आप जिस भी पद पर रहें, जिस भी क्षेत्र में काम करें, आपकी सर्वोच्च प्राथमिकता, देशवासियों की ईज ऑफ लिविंग ही होनी चाहिए.

उन्होंने कहा कि भारत में रोजगार और स्वरोजगार की असीम संभावनाएं इसी तरह बनती रहेगी. यह देश के युवाओं के लिए अपने आप में बहुत अहम है. उन्होंने कहा कि एक अध्ययन के मुताबिक, 5 वर्षों में देश के 13 करोड़ से ज्यादा लोग गरीबी से बाहर आए हैं. इससे पता चलता है कि सरकार की योजनाओं का गरीब तक पहुंचना कितना बड़ा परिवर्तन लाता है.

उन्होंने कहा कि आज सुबह ही आपने देखा होगा कि 'विकसित भारत संकल्प यात्रा' किस तरह गांव-गांव में जा रही है. आपकी तरह ही सरकार के कर्मचारी, सरकार की योजनाओं को गरीब के दरवाजे पर ले जा रहे हैं. आज के बदलते हुए भारत में आप सभी एक इंफ्रास्ट्रक्चर क्रांति के भी साक्षी बन रहे हैं. आधुनिक एक्सप्रेस-वे हो, आधुनिक रेलने स्टेशन हो, एयरपोर्ट्स हो, वाटर-वे हो, आज देश इन पर लाखों करोड़ रुपए खर्च कर रहा है. आज एक बहुत बड़ा बदलाव ये भी आया है कि वर्षों से अटकी, लटकी, भटकी परियोजनाओं को खोज-खोज करके मिशन मोड पर पूरा कराया जा रहा है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ वर्ष पहले खस्ताहाल हो चुके रियल एस्टेट सेक्टर का जिक्र करते हुए दावा किया कि रेरा कानून की वजह से रियल एस्टेट सेक्टर में पारदर्शिता आई है और रोजगार के अवसर बढ़े हैं. आपको बता दें कि, इन नवनियुक्त कर्मियों को आईजीओटी कर्मयोगी पोर्टल पर एक ऑनलाइन मॉड्यूल कर्मयोगी प्रारंभ के माध्यम से स्वयं को प्रशिक्षित करने का अवसर भी मिलेगा. आईजीओटी कर्मयोगी पोर्टल पर ‘कहीं भी किसी भी उपकरण पर’ सीखने के प्रारूप में 800 से अधिक ई-लर्निंग पाठ्यक्रम उपलब्ध कराए गए हैं.

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