National Helpline Number: देश के कई शहरों में लोगों के साथ लाखों, करोड़ो रूपए के ऑनलाइन स्कैम हो रहे है. ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने के लिए भारत सरकार ने नेशनल हेल्पलाइन नंबर 155260 को 1930 में बदल दिया है. नंबर बदलने के बाद अब धोखाधड़ी की शिकायत इस नंबर पर कर सकते है.
गृह मंत्रालय और भारतीय साइबर क्राइम को-ओर्डिनेशन सेंटर (I4C) द्वारा शुरू की गई यह पहल भारतीय नागरिकों के लिए सुरक्षित डिजिटल भुगतान प्रणाली प्रदान करने की प्रतिबद्धता का उदाहरण है. साइबर फ्रॉड के शिकार हुए लोग इस 4 अंको की हेल्पलाइन नंबर पर कभी भी कॉल कर सकते हैं. इस हेल्पलाइन नंबर को संबंधित राज्य पुलिस द्वारा संचालित किया जाता है. ये भी पढ़े:Fake International Call Center Case: फर्जी अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर का भंडाफोड़: 12 साइबर जालसाज गिरफ्तार
साइबर धोखाधड़ी को लेकर सरकार सख्त
डिजिटल सुरक्षा के 3 चरण 👇
1. रुको
2. सोचो
3. Action लो
👉🏻 साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर डायल करें
👉🏻 https://t.co/Zugp0z80Mq पर रिपोर्ट करें
-प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी pic.twitter.com/eQz81J9Ytp
— DoT India (@DoT_India) October 27, 2024
इस हेल्पलाइन पर कॉल करने के बाद पुलिस धोखाधड़ी से संबधित लेन देन की जानकारी इकठ्ठा करती है. इसके बाद इस शिकायत को संबंधित बैंक, वॉलेट को भेजी जाती है ताकि पैसों को फ्रिज किया जा सके. फ्रॉड करनेवाले के पास पैसे पहुंचने से पहले ही ये फ्रिज हो सकते है. अगर पैसा किसी बैंक में पहले ही ट्रांसफर हो गया है तो भी ये प्रोसेस पैसों की वसूली तक चलती रहेगी.
बता दें की साइबर क्राइम, डिजिटल अरेस्ट जैसे क्राइम बड़े शहरों में तेजी से बढ़ रहे है. इन क्राइम के कारण लोगों को अब तक लाखों , करोड़ो रूपए का चुना लग चूका है. सरकार का ये कदम नागरिकों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है.