गोरखनाथ मंदिर हमला: पूछताछ में बड़ा खुलासा, आरोपी मुर्तजा ने 2020 में ISIS के लिए लड़ने की शपथ ली थी
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Gorakhnath Temple Attack, 30 अप्रैल: गोरखनाथ मंदिर पर हमल के आरोपी अहमद मुर्तजा ने पूछताछ के दौरान कई बड़े खुलासे किए हैं. एडीजी लॉ एंड ऑर्डर एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि यूपी एटीएस द्वारा आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी की जांच के बाद, उसके कई E-डिवाइस, उसके विभिन्न सोशल मीडिया अकाउंट जैसे जीमेल, ट्विटर, फेसबुक और ई-वॉलेट के डेटा की जांच की गई. हनुमान चालीसा प्रकरण राणा व भाजपा की महाराष्ट्र सरकार को चुनौती देने की बड़ी साजिश थी- मुंबई पुलिस

यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने बताया कि सोशल मीडिया के जरिए लगातार मुर्तजा ISIS के विदेशों में बैठे आतंकियों और समर्थकों के संपर्क में था. मुर्तजा साल 2014 में बंगलुरु पुलिस के हाथों गिरफ्तार ISIS के आतंकी और प्रोपोगेंडा एक्टिविस्ट मेंहदी मसूद के साथ सोशल मीडिया के जरिए भी संपर्क में था. आरोपी को 2014 में बेंगलुरु पुलिस ने ISIS के प्रचार कार्यकर्ता मेहदी मसरूर बिस्वास के संबंध में गिरफ्तार किया था. वह आतंकी संगठनों के कट्टरपंथी प्रचारकों और आईएसआईएस-आतंकवाद के प्रमोटरों से प्रभावित था.

आरोपी ने अपने बैंक खातों के माध्यम से यूरोप और अमेरिका के विभिन्न देशों में ISIS समर्थकों से संबंधित संगठनों के माध्यम से ISIS की आतंकी गतिविधियों का समर्थन करने के लिए लगभग 8.5 लाख भारतीय रुपये भेजे थे.

यूपी ATS की पूछताछ में पता चला है कि मुर्तजा ने ISIS की शपथ भी ली है और आतंकी संगठन के समर्थकों को आर्थिक मदद भी की है. मुर्तजा ने इंटरनेट पर AK-47, 5-4 कारबाइन समेत कई हथियारों के बारे में पढा. जिसके बाद उसने घर में रखे एयरराइफल से प्रैक्टिस की, ताकि आगे अगर हथियार मिल सके तो वह उससे हमला कर सके.

गोरखनाथ मंदिर में तीन अप्रैल की शाम IIIT स्नातक अहमद मुर्तजा अब्बासी ने मंदिर परिसर में जबरन घुसने की कोशिश की और सुरक्षाकर्मियों पर धारदार हथियार से हमला किया था, जिससे प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी (PAC) के दो आरक्षी (कांस्टेबल) घायल हो गए थे. सुरक्षाकर्मियों ने उसे जल्द ही काबू में कर गिरफ्तार कर लिया था. आरोपी अब्बासी के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (UAPA) भी लगाया गया है.