Gold & Silver Prices Hit Record High: एमसीएक्स पर सोने में सपाट कारोबार, चांदी की कीमत 0.31 प्रतिशत बढ़ी
RBI New Gold Loan Rules

नई दिल्ली, 25 सितंबर : मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोना गुरुवार को गिरावट में खुला क्योंकि निवेशक फेडरल रिजर्व की पॉलिसी पर दिशा-निर्देश के लिए अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों का इंतजार कर रहे थे. दिसंबर एक्सपायरी के लिए एमसीएक्स गोल्ड की कीमत 122 रुपए या 0.11 प्रतिशत घटकर 1,13,525 रुपए प्रति 10 ग्राम पर आ गई, जो बुधवार को 1,13,647 रुपए पर बंद हुई थी.

एमसीएक्स सिल्वर लगभग सुबह करीब 9 बजकर 15 मिनट तक 0.31 प्रतिशत बढ़कर 1,34,415 रुपए प्रति किलोग्राम हो गया. इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, दोपहर 1 बजकर 55 मिनट तक 24 कैरेट सोने की कीमत 11,323 रुपए प्रति ग्राम बनी हुई थी. अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्पॉट गोल्ड 3,734 डॉलर प्रति औंस के आसपास रहा, जबकि डॉलर इंडेक्स में लगभग 0.1 प्रतिशत की गिरावट के साथ दिसंबर के लिए अमेरिकी गोल्ड फ्यूचर्स 3,765 डॉलर के आसपास रहे. यह भी पढ़ें : Mumbai Garba Night Brawl: गोरेगांव के नेस्को कंपाउंड में नवरात्रि डांडिया कार्यक्रम में 19 वर्षीय युवक की पिटाई (Watch Video)

विश्लेषकों का कहना है कि केंद्रीय बैंक की मजबूत खरीद और ईटीएफ में लगातार निवेश से बुलियन को समर्थन मिल रहा है और अगर वैश्विक रुझान कमजोर होते हैं तो एमसीएक्स अक्टूबर गोल्ड फ्यूचर्स 1,12,000 रुपए तक गिर सकते हैं. इंफ्लेशन, लेबर मार्केट और भविष्य में ब्याज दरों में कटौती पर फेड चेयर की सावधानी भरी टिप्पणियां बुलियन की बढ़त पर रोक लगा सकती हैं. मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के रिसर्च एनालिस्ट (कीमती धातु) मानव मोदी ने कहा, "पीबीओसी मित्र देशों के केंद्रीय बैंकों को अपने देश में बुलियन खरीदने और स्टोर करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए शंघाई गोल्ड एक्सचेंज का इस्तेमाल कर रहा है. डेटा फ्रंट पर अमेरिकी हाउसिंग आंकड़े उम्मीद से बेहतर रहे, जिससे कीमतों पर दबाव बढ़ा."

उन्होंने कहा कि ट्रेडर्स फेडरल रिजर्व पॉलिसी के बारे में जानकारी पाने के लिए यूएस इकोनॉमिक डेटा जैसे कि यूएस जीडीपी, मुद्रास्फीति, ड्यूरेबल गुड्स ऑर्डर्स डेटा से संकेतों का इंतजार कर रहे हैं. इसके अलावा, भू-राजनीतिक तनाव के कारण सेफ-हेवन मेटल की मांग बढ़ गई है. नाटो ने रूस को चेतावनी दी है कि वह अपनी रक्षा के लिए सभी आवश्यक सैन्य और गैर-सैन्य उपाय करेगा, जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि यूक्रेन रूस के कब्जे वाले सभी क्षेत्रों को वापस पा सकता है.