कमजोर विदेशी संकेतों से सोने-चांदी में आई नरमी, गोल्ड रेट्स 35 हजार प्रति 10 ग्राम पहुंचा

कमजोर विदेशी संकेतों से घरेलू वायदा बाजार एमसीएक्स पर बुधवार को सोने और चांदी में नरमी बनी रही. केडिया ने कहा कि एमसीएक्स पर सोना 34,800-35,200 रुपये प्रति 10 ग्राम के दायरे में रह सकता है. चांदी के सितंबर वायदा अनुबंध में मामूली 0.08 फीसदी की कमजोरी के साथ 16.46 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था.

गोल्ड (Photo Credits : IANS)

मुंबई : कमजोर विदेशी संकेतों से घरेलू वायदा बाजार एमसीएक्स पर बुधवार को सोने और चांदी में नरमी बनी रही. सोने के भाव में लगातार दूसरे दिन गिरावट दर्ज की गई जबकि पिछले सप्ताह एमसीएक्स पर सोने का भाव सर्वाधिक ऊंचे स्तर 35,409 रुपये प्रति 10 ग्राम पर चला गया था.

दुनिया की कुछ प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर मे आई मजबूती से अंतर्राष्ट्रीय बाजार में महंगी धातुओं में कमजोरी देखी जा रही है. हालांकि केडिया कमोडिटी के डायरेक्टर अजय केडिया का कहना है कि कारोबारी फिलहाल अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के आगामी फैसले की प्रतीक्षा में हैं मगर घरेलू बाजार में सोने और चांदी में कारोबारी रुझान कमजोर नहीं है.

यह भी पढ़ें : सोना और चांदी की कीमत में आई जबरदस्त तेजी, 35,100 रुपये प्रति 10 ग्राम तक उछला गोल्ड कारोबार

मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज यानी एमसीएक्स पर पूर्वाह्न् 10.35 बजे सोने के अगस्त वायदा अनुबंध में पिछले सत्र के मुकाबले 65 रुपये की कमजोरी के साथ 34,956 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले 35,049 रुपये पर खुला. केडिया ने कहा कि एमसीएक्स पर सोना 34,800-35,200 रुपये प्रति 10 ग्राम के दायरे में रह सकता है.

वहीं, चांदी का सितंबर वायदा अनुबंध 17 रुपये की कमजोरी के साथ 41,417 रुपये प्रति किलो पर बना हुआ था. वहीं, अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार कॉमेक्स पर सोने के अगस्त अनुबंध में 2.85 डॉलर की कमजोरी के साथ 1,418.85 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले के कारोबार के दौरान सोने का भाव 1,422.85 डॉलर से लेकर 1,316.75 डॉलर प्रति औंस के दायरे में रहा.

चांदी के सितंबर वायदा अनुबंध में मामूली 0.08 फीसदी की कमजोरी के साथ 16.46 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था. केडिया ने कहा कि फेडरल रिजर्व इस महीने के आखिर में होने वाली बैठक में ब्याज दरों में कटौती का फैसला ले सकता है लिहाजा, कारोबारियों को फेड के फैसले का इंतजार रहेगा.

Share Now

\