गजवा-ए-हिंद आतंकी मॉड्यूल को लेकर एक्शन में NIA, ताबड़तोड़ छापेमारी के बाद हुआ बड़ा खुलासा

राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने पाक स्थित संदिग्ध द्वारा चलाए जा रहे फुलवारी शरीफ के ‘‘गजवा ए हिंद’’ आतंकी मॉड्यूल मामले की जांच के सिलसिले में रविवार को बिहार में तीन स्थानों पर छापेमारी की.

एनआईए (Photo Credits: Twitter)

राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) ने पाक स्थित संदिग्ध द्वारा चलाए जा रहे फुलवारी शरीफ के ‘‘गजवा ए हिंद’’ आतंकी मॉड्यूल मामले की जांच के सिलसिले में रविवार को बिहार में तीन स्थानों पर छापेमारी की. सूत्रों के अनुसार एनआईए के अधिकारियों ने पटना जिले के फुलवारी शरीफ में दो और दरभंगा में एक स्थान पर छापेमारी की.

उन्होंने बताया, ‘‘छापेमारी के दौरान डिजिटल डिवाइस, मोबाइल फोन, मेमोरी कार्ड, सिम कार्ड और अन्य दस्तावेजों सहित आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई’’. एनआईए अधिकारियों ने रविवार को फुलवारी शरीफ इलाके में किताब की एक दुकान पर छापेमारी कर वहां से कुछ सामग्री जब्त की. उन्होंने बतायसा कि इसके अलावा रविवार को दरभंगा जिले के बहेरा थाना अंतर्गत गजियानिया गांव में एक घर में भी एनआईए की टीम ने छापा मारा. ये भी पढ़ें- UP Police Encounters: जनवरी 2020 से अब तक यूपी पुलिस मुठभेड़ों में 16 गैंगस्टर मारे गए

उन्होंने बताया कि देर रात करीब दो बजे शुरू हुई छापेमारी कुछ घंटों तक चली, लेकिन इस बारे में एनआईए के अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं.

छापेमारी के दौरान एनआईए के अधिकारियों को जिला पुलिसकर्मियों द्वारा सहायता प्रदान की गई. इससे पहले एनआईए ने 25 अप्रैल को प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से जुड़े फुलवारी शरीफ आतंकी मॉड्यूल मामले की जांच के तहत बिहार, गोवा, उत्तर प्रदेश और पंजाब में 16 स्थानों पर छापेमारी की . इस मामले में बिहार के सीवान, शिवहर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, कटिहार, अररिया, पूर्णिया और पूर्वी चंपारण जिलों में भी छापेमारी की गयी थी.

यह मामला बिहार पुलिस द्वारा पटना जिले के फुलवारी शरीफ इलाके के मरगूब अहमद दानिश उर्फ ताहिर की गिरफ्तारी के बाद सामने आया था, जिसको लेकर 14 जुलाई 2022 को प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच शुरू की गयी. एनआईए ने मामले को अपने हाथ में लेकर इस मामले में 22 जुलाई 2022 को प्राथमिकी दर्ज की थी.

मरगूब के खिलाफ छह जनवरी 2023 को आरोप पत्र दायर किया गया था. आरोपी को गज़वा ए हिंद मॉड्यूल का सदस्य पाया गया जिसे पाक आधारित संदिग्ध द्वारा संचालित किया गया था. एनआईए ने आरोप पत्र में कहा है कि भारतीय क्षेत्र में गजवा ए हिंद की स्थापना के लिए प्रभावशाली युवाओं को कट्टरपंथी बनाने के उद्देश्य से किया गया था.

जांच से पता चला कि मरगूब एक व्हाट्सएप ग्रुप गज़वा एहिंद का एडमिन था जिसे ज़ैन नाम के एक पाकिस्तानी नागरिक ने बनाया था. उसने आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए देश में स्लीपर सेल स्थापित करने के उद्देश्य से कई भारतीयों, पाकिस्तानियों, बांग्लादेशियों और यमनी नागरिकों को समूह में जोड़ा था. आरोपी ने व्हाट्सएप और टेलीग्राम पर गज़वा ए हिंद के विभिन्न सोशल मीडिया ग्रुप बनाए थे.

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)

Share Now

\