लखनऊ: पुलिस विभाग द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार, आरोपी अय्यूब घर के मुखिया मृतक रईसुद्दीन का सगा भतीजा है. आरोपी ने अपने ताऊ से कबाड़े का काम करने की एवज में 10 लाख रुपए उधार मांगे थे, वहीं मृतक ने अपने भतीजे को पैसे देने से इंकार कर दिया. इसी के बाद आरोपी ने घटना को अंजाम दिया. मृतक ने घर के 4 सदस्यों को गोली मारी, जबकि एक महिला गंभीर रूप में अस्पताल भर्ती कराई गईं थी, लेकिन उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई. घटना के वक्त घर में 5 सदस्य मौजूद थे, लेकिन आरोपी ने एक गर्भवती महिला को छोड़ दिया था.
मृतक रहीसुद्दीन की पुत्रवधू ने घर में अय्यूब के बारे में पुलिस को जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी की तलाश करते हुए गिरफ्तार किया, वहीं पूछताछ के बाद आरोपी ने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया. पुलिस के मुताबिक आरोपी कई दिनों से इस वारदात को अंजाम देने की फिराक में था. आरोपी ने युट्यूब पर बंदूक में साइलेंसर कैसे लगाया जाता है, इस बारे में जानकारी प्राप्त की थी. यह भी पढ़े: गाजियाबाद: बीजेपी विधायक के रिश्तेदार की हत्या के आरोप में दो हत्यारे और एक अन्य गिरफ्तार
गाजियाबाद एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि, "आरोपी छोटा इलेक्ट्रॉनिक का काम करता था, व्यापार को बढ़ाने के लिए सीलमपुर क्षेत्र में कबाड़ का काम करना चाहता था, जिसके लिए पैसे की जरूरत थी। आरोपी अपने ताऊ के परिवार से जलन भी रखता था, इसने पहले भी ताऊ से चर्चा की, लेकिन लगातार पैसे न मिलने के कारण उसके अंदर नाराजगी का भाव था."
"घटना की रात आरोपी अपने ताऊ के घर ही रुका। रात ढाई बजे करीब ताऊ से इसने व्यापार को लेकर चर्चा की और 10 लाख रुपए उधार मांगे। ताऊ के मना करने पर आरोपी आक्रमक हो गया और ताऊ को गोली मार दी. उन्होंने बताया कि, "आरोपी मुख्य दरवाजा बंद होने के कारण छत की ओर भागा,उसी दौरान इसके ताऊ के बेटे नीचे आना शुरू कर देते हैं और आरोपी पहचाना न जाए इसी कारण उसने सब पर गोली चलाई.
पुलिस के अनुसार, आरोपी छत पर जाने के बाद उतर कर भाग जाता है, घटना के वक्त पहनी कमीज को भी उतार देता है, वहीं पिस्टल नाली में फेंक देता है.
आरोपी की कमीज का एक बटन घटना स्थल पर मिला, वहीं गर्भवती महिला ने भी कद काठी से आरोपी अय्यूब पर शक जताया था. फिलहाल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं पुलिस ने ये साफ कर दिया है कि घर से किसी तरह की कोई लूट पाट नहीं हुई.