गुजरात: गणेश विसर्जन के दौरान सूरत के दुम्मस बीच पर परिवार के साथ घूमने गया एक 13 साल का लड़का समंदर में नहाने के लिए गया था. इस बीच वह लहरों के बीच खो गया. समंदर के किनारे खड़े होकर उसके परिजन और बाकी लोग चाहकर भी उसकी मदद नहीं कर सके थे.
परिवार वाले उसे मरा समझकर लौट आए थे. इधर सूरत पुलिस प्रशासन ने उसकी खोज के लिए गोताखोर और फायर ब्रिगेड की मदद ली, लेकिन पानी में डूबे बच्चे का कोई अता पता नहीं चला था. ये भी पढ़ें- VIDEO: 2 सेकेंड में मौत! फ्रिज खोलते समय 4 साल की बच्ची को लगा करंट, दर्दनाक हादसा CCTV में कैद
जाको राखे साइयां मार सके ना कोई, बाल ना बांका कर सके चाहे जग बैरी होय...यह कहावत तब सच हो गई, जब बच्चा 24 घंटे बाद जिंदा वापस आ गया. अपने बेटे लखन देवीपूजक को मृत समझ चुके परिजन खुश हो गए, जब उन्हें पता चला कि 24 घंटे समंदर में रहने के बाद भी उनका बच्चा नवसारी के पास जीवित मिला है. अपने बेटे को जीवित देख परिजनों की आंखों से खुशी के आंसू छलक पड़े.
'गणेश जी' ने बचाई जान
जब बच्चा समंदर के गहरे पानी में डूबने लगा तब उसे गणेश जी की प्रतिमा मिली, मूर्ती के निचले हिस्से का लखन को सहारा मिला और वह 24 घंटे से अधिक के समय तक उसमें बैठकर तैरता रहा. समंदर में मछली पकड़ने जा रहे मछुआरों ने बच्चे को देखा तो वह उसके पास पहुंचे और उसे अपनी नाव में बैठा लिया. मछुआरों ने इसकी सूचना पुलिस को दी.
भगवान गणेश की समुंदर में डूबी हुई प्रतिमा के निचले हिस्से का सहारा नहीं मिलता तो शायद बच्चा जिंदा नहीं मिल पाता. जिंदगी और मौत के बीच झूलने के बाद जीवित बचे लखन को लेकर प्रशासन ने उसके परिजनों को सूचना दी.