जयपुर के कानौता थाना क्षेत्र के जामडोली इलाके में शनिवार को एक परिवार के चार सदस्य अलग अलग कमरों में लटके पाये गये. पुलिस ने बताया कि प्रथमदृष्ट्या यह आत्महत्या का मामला प्रतीत होता है. उन्होंने बताया कि यशवंत सोनी, ममता सोनी और उनके दो बेटे भारत और अजीत शनिवार सुबह मकान के अलग अलग कमरों में लटके पाये गये. मामले का पता उस समय चला जब यशवंत सोनी का भाई सुबह उनके घर गया. यह भी पढ़े: Farmer Commit Suicide in Punjab: नए कृषि विधेयकों के खिलाफ मुक्तसर में जारी विरोध प्रदर्शन के दौरान किसान ने की खुदकुशी
पुलिस ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि उनका किसी से आर्थिक विवाद चल रहा था जिसके कारण वे मानसिक दबाव में थे. शवों को पोस्टमार्टम के लिये अस्पताल भेजा गया है. मामले की जांच की जा रही है.
एक दिन पहले उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले के सदर कोतवाली क्षेत्र के अमिरता डेरा गांव में कथित रूप से कर्ज में डूबे एक किसान ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. अपर जिलाधिकारी (एडीएम) विनय प्रकाश श्रीवास्तव ने शुक्रवार को बताया, "सदर कोतवाली क्षेत्र के अमिरता डेरा गांव में बृहस्पतिवार को किसान महेंद्र वर्मा (46) के अपनी जमीन पर बने ट्यूबवेल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या किये जाने की सूचना मिली थी. जिसके बारे में राजस्व अधिकारियों को भेजकर जांच कराई जा रही है."
उन्होंने कहा कि "जांच रिपोर्ट मिलने के बाद तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी." किसान के छोटे भाई इंद्रेश वर्मा ने पुलिस को बताया, "बड़े भाई महेंद्र के हिस्से में छह बीघा कृषि भूमि है और उसके चार बेटी और एक बेटा है. उसने एक बैंक से किसान क्रेडिट कार्ड से 42 हजार और यूनियन बैंक से 80 हजार रुपये कर्ज लिया था, जो अब बढ़कर बहुत ज्यादा हो गया है."
पुलिस ने किसान के परिजन के हवाले से बताया, "किसान की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं हैं, संभवतः कर्ज और आर्थिक तंगी के कारण उसने आत्महत्या की है. पोस्टमॉर्टम कराने के बाद शव परिजन को दे दिया गया है और राजस्व अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं."