नयी दिल्ली, 3 अक्टूबर: नेपाल में कुछ ही समय के अंतराल पर एक के बाद एक आए चार भूकंप के कारण दिल्ली-एनसीआर और उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में भी भूकंप के झटके महसूस किये गये. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) ने मंगलवार को यह जानकारी दी.
एनसीएस के एक अधिकारी ने कहा कि 4.6 तीव्रता का पहला भूकंप दोपहर 2:25 बजे पश्चिम नेपाल में जमीन से 10 किलोमीटर की गहराई पर आया. इसके बाद 2:51 बजे हिमालयी राष्ट्र में एक बार फिर तेज भूकंप का झटका आया, जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.2 मापी गई. दो और भूकंप (3.6 और 3.1 तीव्रता के) क्रमशः तीन बजकर छह मिनट पर और तीन बजकर 19 मिनट पर उसी क्षेत्र में 15 किमी और 10 किमी की गहराई पर आए.
सबसे शक्तिशाली भूकंप का केंद्र उत्तराखंड की तीर्थनगरी जोशीमठ से 206 किलोमीटर दक्षिणपूर्व और उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से 284 किलोमीटर उत्तर में था. दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में भी लोगों ने दूसरे भूकंप के बाद तेज झटके महसूस किए और अपने कार्यालयों और ऊंची इमारतों से बाहर निकल आए.
दिल्ली पुलिस ने लोगों से न घबराने की अपील की है. दिल्ली पुलिस ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, “हमें उम्मीद है कि आप सब सुरक्षित हैं. कृपया अपनी इमारतों से बाहर निकलकर सुरक्षित स्थान पर आ जाएं, लेकिन घबराएं नहीं. लिफ्ट का इस्तेमाल न करें. किसी भी आपातकालीन मदद के लिये 112 पर फोन करें.”
चंडीगढ़ और जयपुर समेत उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में भी भूकंप के झटके महसूस किये गये. जयपुर में पुलिस नियंत्रण कक्ष ने कहा कि अभी तक किसी नुकसान की कोई सूचना नहीं है. नेपाल दुनिया के सबसे सक्रिय टेक्टोनिक क्षेत्रों (भूकंपीय क्षेत्र चार और पांच) में से एक में स्थित है, जो देश को भूकंप के प्रति बेहद संवेदनशील बनाता है.
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)