रायपुर: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) की भतीजी और कांग्रेस (Congress) नेता करुणा शुक्ला (Karuna Shukla) कोरोना का कोरोना (Coronavirus) से निधन हो गया. सोमवार देर रात रायपुर के रामकृष्ण अस्पताल (Ramkrishna Hospital) में उन्होंने रात 12 बजकर 40 मिनट पर आखीरी सांस ली. करुणा शुक्ला का अंतिम संस्कार मंगलवार को बलौदाबाजार में होगा. उत्तर प्रदेश: सीएम योगी आदित्यनाथ ने पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के गांव में विकास परियोजना करेंगे लॉन्च
बता दें कि करुणा शुक्ला वर्तमान में समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष थीं. इससे पहले वह लोकसभा सांसद भी रह चुकी है और बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सहित तमाम बड़े पदों पर थी. कांग्रेस चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राकेश गुप्ता ने बताया कि उनका अंतिम संस्कार मंगलवार को किया जाएगा.
मेरी करुणा चाची यानी करुणा शुक्ला जी नहीं रहीं। निष्ठुर कोरोना ने उन्हें भी लील लिया।
राजनीति से इतर उनसे बहुत आत्मीय पारिवारिक रिश्ते रहे और उनका सतत आशीर्वाद मुझे मिलता रहा।
ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें और हम सबको उनका विछोह सहने की शक्ति। pic.twitter.com/gumLKp0Lfq
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) April 26, 2021
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने करुणा शुक्ला के निधन पर शोक जाहिर किया है. सीएम ने ट्वीट किया, ''मेरी करुणा चाची यानी करुणा शुक्ला जी नहीं रहीं. निष्ठुर कोरोना ने उन्हें भी लील लिया. राजनीति से इतर उनसे बहुत आत्मीय पारिवारिक रिश्ते रहे. उनका सतत आशीर्वाद मुझे मिलता रहा. ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें और हम सबको उनका विछोह सहने की शक्ति प्रदान करें.''
2013 में टिकट न मिलने के कारण नाराज होकर करुणा शुक्ला भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गई थीं. साल 2018 के विधानसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के खिलाफ कांग्रेस ने करुणा शुक्ला को राजनांदगांव से उम्मीदवार बनाया था. करुणा शुक्ला पहली बार 1993 में बीजेपी विधायक चुनी गई थीं. 2009 में कांग्रेस के चरणदास महंत से लोकसभा चुनाव हार गई थीं. करुणा को मध्य प्रदेश विधानसभा में रहते हुए बेस्ट विधायक का खिताब भी मिला था. वह 1982 से 2013 तक बीजेपी में रहीं.