फिल्ममेकर अरिबम श्याम शर्मा ने नागरिकता बिल के विरोध में लौटाया पद्म श्री सम्मान
नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में अरिबम श्याम शर्मा ने पद्म श्री सम्मान को वापस कर दिया है. शर्मा को 2006 में मणिपुरी सिनेमा और फिल्मों की दुनिया में अहम सहयोग के लिए दिवंगत पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने उन्हें इस सम्मान से सम्मानित किया था.
लोकसभा चुनाव से पहले नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध बढ़ता जा रहा है. इस कड़ी में अब मणिपुर के जाने माने फिल्ममेकर और कम्पोजर अरिबम श्याम शर्मा (Aribam Shyam Sharma) का नाम जुड़ गया है. नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में अरिबम श्याम शर्मा ने पद्म श्री सम्मान को वापस कर दिया है. शर्मा को 2006 में मणिपुरी सिनेमा और फिल्मों की दुनिया में अहम सहयोग के लिए दिवंगत पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने इस सम्मान से सम्मानित किया था. रविवार को इंफाल स्थत अपने आवास से ऐलान करते हुए अरिबम ने कहा कि नागरिकता बिल के विरोध में उन्होंने ये सम्मान वापस करने का फैसला किया है.
फिल्ममेकर अरिबम ने सम्मान वापस करते समय कहा कि, मणिपुरवासियों को इस वक्त सबसे अधिक सुरक्षा की जरूरत है. जहां एक तरफ लोकसभा में 500 से अधिक सदस्य हैं. वहीं सिर्फ एक या दो सदस्य ही लोकसभा में मणिपुर की तरफ से हैं. उत्तर पूर्वी हिस्से की आवाज सदन में नहीं पहुंचती. यहां के लोगों के लिए अधिक सुरक्षा और व्यवस्था की जरूरत है. अरिबम श्याम शर्मा ने कहा, "छोटे या बड़े पर राज्य के नाते केंद्र सरकार हमारा सम्मान करे. इसे आबादी के आधार पर नहीं मापा जाना चाहिए. मैं यह मुद्दा इसलिए उठा रहा हूं. यह भी पढ़ें- मणिपुर की BJP सरकार नहीं चाहती राज्य में लागू हो सिटिजन बिल, केंद्र से की छूट की अपील
गौरतलब है कि नागरिकता (संशोधन) विधेयक- 2016 पिछले शीतकालीन सत्र के दौरान 8 जनवरी को लोकसभा में पारित हुआ था. इस दौरान कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सदन से वाकआउट किया था. इस बिल में बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के उन गैर मुस्लिमों को भारत की नागरिकता दी जाएगी, जो 31 दिसंबर 2014 से पहले भारत में आ गए थे.