Haryana: कृषि बिल को लेकर दुष्यंत चौटाला का बड़ा बयान, कहा- किसान को फसल बेचने में परेशानी नहीं होने देंगे
हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने शनिवार को कहा कि किसी भी किसान को फसल बेचने में परेशान नहीं होने दिया जाएगा. फसलों को हर हाल में एमएसपी पर ही खरीदा जाएगा.
चंडीगढ़: हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) ने शनिवार को कहा कि किसी भी किसान को फसल बेचने में परेशान नहीं होने दिया जाएगा. फसलों को हर हाल में एमएसपी पर ही खरीदा जाएगा. उपमुख्यमंत्री ने जींद जिले की कई अनाज मंडियों का दौरा कर फसल खरीद कार्य का जायजा लिया. उन्होंने जींद, अलेवा और उचाना की अनाज मंडियों में किसानों से बातचीत करते हुए कहा कि इस वर्ष मौसम फसल के अनुकूल रहा है, जिसकी बदौलत प्रदेश में फसलों की अच्छी पैदावार हुई है.
पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष दौगुना धान मंडियों में बिक्री के लिए पहुंचा है, जिसे 24 घंटे में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदकर गोदामों और मिलों तक पहुंचा दिया गया है. उन्होंने कहा कि इस वर्ष अब तक 38 लाख मीट्रिक टन धान मंडियों में पहुंचा है, जिसमें से 31 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद की जा चुकी है. यही नहीं, किसानों के खातों में अब तक दो हजार पचास करोड़ रुपये का भुगतान भी किया जा चुका है. यह भी पढ़े: Congress Attacks BJP Govt on Farm Bills 2020: कृषि बिल को लेकर कांग्रेस ने फिर केंद्र पर साधा निशाना, कहा-किसानों पर मोदी सरकार ने किया है प्रहार
उन्होंने कहा कि हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा जो तीन कृषि कानून लागू किए गए हैं, वे पूरी तरह से किसान व किसानी हितैषी हैं. इन कानूनों के बनने से किसानों को जहां अपनी फसल कहीं भी बेचने की आजादी मिली है, वहीं कई फसलों को एमएसपी पर भी खरीदा जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरसों, दाल, मक्का, बाजरा, कपास समेत कई फसलों को निर्धारित मूल्य पर ही खरीदा जाएगा।.
उन्होंने कहा कि भावांतर भरपाई योजना के तहत प्रथम चरण में मात्र चार फसलों को शामिल किया गया था, लेकिन अब इस योजना का दायरा बढ़ाकर इसमें 11 बागवानी फसलों को शामिल कर दिया गया है, जिसमें टमाटर व अदरक की फसलें भी शामिल हैं. उपमुख्यमंत्री ने उचाना के किसान भवन में हलके के लोगों की समस्याओं व शिकायतों को भी सुना। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को मौके पर ही समस्याओं के समाधान के निर्देश दिए.