Farmers Protest: कृषि बिल के विरोध में किसानों का आंदोलन का आज पांचवा दिन हैं. सरकार किसानों को मनाने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है. लेकिन किसानों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे मानी नहीं जाती है. तब तक वे अपना आंदोलन खत्म नहीं करेंगे. किसानों के इस जिद के चलते सरकार की जहां मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. वहीं किसानों के आंदोलन को लेकर वाराणसी पहुचे पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि पहले सरकार का फैसला किसी को पसंद नहीं आता था तो उसका विरोध होता था। परन्तु अब विरोध का आधार फैसला नहीं बल्कि भ्रम फैलाकर, आशंकाएं फैलाकर उसे आधार बनाया जाता है. किसानों ने पीएम मोदी के इस बात को उनके मन की बात बाताया है.
किसान नेता जगमोहन सिंह (Jagmohan Singh) ने सिंधु बॉर्डर पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पीएम अपने ही मन की बात बोल रहे हैं. यहां पर बीएसएफ के जवानों को तैनात किया गया है. उन्होंने कहा कि यह सिर्फ पंजाब के किसान नहीं हैं, यह मजदूर हैं, गरीब हैं. योगेंद्र यादव ने कहा कि हम जहां जहां हैं वहीं डटे रहेंगे. आज हम अपने मन की बात मोदी को सुनाएंगे. यह भी पढ़े: PM Modi in Varanasi: किसान आंदोलन के बीच वाराणसी में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा-कृषि कानूनों को लेकर झूठ फैलाने का खेल जारी है
बता दें कि कुल 31 किसान यूनियनों के प्रमुख ने 26 और 27 नवंबर को दिल्ली में विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की थी, दिल्ली चलो के नारे के साथ निकले किसानों ने राष्ट्रीय राजधानी का रुख किया था. इनमें अधिकतर किसान पंजाब से हैं, जबकि कुछ किसान हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के भी हैं। पुलिस ने एहतियात के तौर पर दिल्ली की ओर बढ़ रहे किसानों को हरियाणा-दिल्ली की सीमा पर ही रोक दिया था.