Farmers Protest: लंबे समय बाद गाजीपुर बॉर्डर पर यातायात शुरू, प्रशासन ने खोला NH-24 का एक हिस्सा
किसान आंदोलन के चलते लंबे समय से बंद गाजीपुर बॉर्डर (Ghazipur Border) का एक हिस्सा सोमवार को आवाजाही के लिए खुल गया. जिससे स्थानीय लोगोंके साथ-साथ व्यापारियों ने भी राहत की सांस ली है. स्थानीय प्रशासन ने गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन की वजह से इसे बंद किया गया था.
नई दिल्ली: किसान आंदोलन (Farmers Protest) के चलते लंबे समय से बंद गाजीपुर बॉर्डर (Ghazipur Border) का एक हिस्सा सोमवार को आवाजाही के लिए खुल गया. जिससे स्थानीय लोगोंके साथ-साथ व्यापारियों ने भी राहत की सांस ली है. स्थानीय प्रशासन ने गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन की वजह से इसे बंद किया गया था. एनएच-44 पर पक्की दीवार खड़ी करने, बोरवेल की खुदाई करने को लेकर किसानों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक दिल्ली से गाज़ियाबाद जाने वाला नेशनल हाईवे-24 आवाजाही के लिए खोल दिया गया है. दिल्ली और यूपी को जोड़ने वाले इस नेशनल हाईवे के बंद होने से व्यापारियों को बड़ी परेशानी हो रही थी. दिल्ली में गणतंत्र दिवस के दिन किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा भड़कने के बाद से ही इस मार्ग को बंद कर दिया गया था. हालांकि बाद में गाजीपुर बॉर्डर का एक छोर 2 मार्च को कुछ घंटों के लिए यातायात के लिए खोला गया था.
दिल्ली पुलिस ने बताया कि गाजीपुर बोर्डर पर वर्तमान कानून और व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए और जनता की सुविधा के लिए दिल्ली से गाजियाबाद की ओर जाने वाले नेशनल हाईवे-24 का कैरिजवे खोल दिया गया है. यह फैसला उत्तर प्रदेश के पुलिस अधिकारियों के साथ परामर्श के बाद किया गया.
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन को 100 दिन से अधिक हो चुके हैं और आंदोलनकारी किसान यहां अब भी डेरा जमाए हुए हैं. तीन नए खेती कानूनों के खिलाफ किसान पिछले साल 26 नवंबर से ही राष्ट्रीय राजधानी की विभिन्न सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. वे दिल्ली के रामलीला मैदान में धरना-प्रदर्शन करना चाहते थे, लेकिन पुलिस प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी.