Farmers Protest: किसान आंदोलन में शामिल भठिंडा के जय सिंह की हार्ट अटैक से मौत
केंद्र सरकार द्वारा देश में लाए गए तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर किसानों का धरना-प्रदर्शन 22वें दिन भी जारी है. इस बीच खबर आ रही है कि आज सुबह एक किसान की मौत हो गई. मृतक किसान का नाम जय सिंह है. जय सिंह भठिंडा के तुंगवाली गांव के रहने वाले थे.
नई दिल्ली, 17 दिसंबर: केंद्र सरकार (Central Government) द्वारा देश में लाए गए तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर दिल्ली (Delhi) के सिंघु बॉर्डर (Singhu Border) पर किसानों का धरना-प्रदर्शन 22वें दिन भी जारी है. इस बीच खबर आ रही है कि आज सुबह एक किसान की मौत हो गई. मृतक किसान का नाम जय सिंह (Jai Singh) है. जय सिंह भठिंडा (Bathinda) के तुंगवाली गांव (Tungwali Village) के रहने वाले थे.
आंदोलन के बीच जय सिंह के आकस्मिक निधन से साथी किसान काफी निराश हैं. साथी किसानों का कहना है कि जय सिंह की मौत ज्यादा ठंड की वजह से दिल का दौरा पड़ने की वजह से हुआ है. खबर के अनुसार मृतक किसान के तीन बच्चे हैं. बच्चों की उम्र क्रमशः 10, 12 और 14 साल बताई जा रही है.
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बता दें कि इस घटना से एक दिन पूर्व किसान आंदोलन के समर्थन में संत बाबा रामसिंह (Sant Baba Ram Singh) नाम के एक किसान ने खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली थी. बाबा राम सिंह करनाल के रहने वाले थे. बाबा राम सिंह पंजाब और हरियाणा के हजारों लोगों के धार्मिक उपदेशक भी थे और वे हरियाणा SGPC सहित कई सिख संगठनों के सदस्य भी रह चुके थे.
रिपोर्ट के मुताबिक राम सिंह ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि वह किसानों की दुर्दशा को देख नहीं सकते, जो हाल ही में पारित कृषि बिल के विरोध में राष्ट्रीय राजधानी के बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं. सरकार न्याय नहीं दे रही, जुल्म है, जुल्म करना पाप है, जुल्म सहना भी पाप है.
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बता दें कि दिल्ली की सर्दी में भी किसान अपनी मांग को लेकर अड़े हैं. किसान किसी भी हाल में पीछे हटने को तैयार नहीं है. किसान नेताओं और सरकार के बीच कई बार बैठकें तो हुई लेकिन उसका कोई हल नहीं निकला है.