Farmer Protest: आंदोलन का आज 30वां दिन, सरकार से बातचीत पर आज फैसला लेंगे किसान संगठन- 2 बजे होगी बैठक

किसान आंदोलन (Farmer Protest) शुक्रवार को 30वें दिन जारी है. नये कृषि कानून (New Farm Laws) के मसले पर सरकार और किसान संगठनों के बीच गतिरोध बना हुआ है. हालांकि दोनों पक्षों की तरफ से लगातार कहा जा रहा है कि किसानों की समस्याओं का समाधान करने की दिशा में कोई हल निकाला जाए. किसानों ने अपना आंदोलन तेज कर दिया है. इसी बीच दिल्ली-यूपी बाॅर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए बाॅर्डर पर सुरक्षा बल तैनात किया गया है. जबकि टिकरी बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों का कहना है कि हमें यहां बैठे हुए क़रीब एक महीना हो गया है, हमारी मांगें अब तक पूरी नहीं हुई हैं. जब तक काले कानून वापस नहीं होंगे हम यहीं पर बैठेंगे.

किसान आंदोलन (Photo Credits ANI)

नई दिल्ली:- किसान आंदोलन (Farmer Protest) शुक्रवार को 30वें दिन जारी है. नये कृषि कानून (New Farm Laws) के मसले पर सरकार और किसान संगठनों के बीच गतिरोध बना हुआ है. हालांकि दोनों पक्षों की तरफ से लगातार कहा जा रहा है कि किसानों की समस्याओं का समाधान करने की दिशा में कोई हल निकाला जाए. किसानों ने अपना आंदोलन तेज कर दिया है. इसी बीच दिल्ली-यूपी बाॅर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए बाॅर्डर पर सुरक्षा बल तैनात किया गया है. जबकि टिकरी बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों का कहना है कि हमें यहां बैठे हुए क़रीब एक महीना हो गया है, हमारी मांगें अब तक पूरी नहीं हुई हैं. जब तक काले कानून वापस नहीं होंगे हम यहीं पर बैठेंगे.

वहीं, इसी कड़ी में आज फिर किसान नेताओं की बैठक दो बजे होने वाली है. इस बैठक में निर्णय लिया जाएगा कि सरकार से आगे बातचीत करनी है कि नहीं. केंद्र सरकार ने किसानों पत्र लिखकर बातचीत का न्योता दिया है. बता दें किसान अपनी मांग पर अड़े हैं. उनके समर्थन में कई राजनीतिक दल भी मैदान में उतर आए है. गुरुवार को राहुल गांधी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को ज्ञापन सौंपा था. PM Kisan Samman Nidhi Yojana: पीएम मोदी आज अन्नदाताओं से करेंगे बात, 9 करोड़ किसानों के खातों में जारी होंगे किसान-योजना की सातवीं किस्त.

बता दें कि सरकार ने किसानों के सारे मसलों के समाधान के लिए नौ दिसंबर को ही किसान संगठनों को प्रस्ताव भेजा था, जिसे किसान नेताओं ने सिरे से खारिज कर दिया था. इसके बाद से लगातार दोनों पक्षों की तरफ से कहा जा रहा है कि समाधान के रास्ते तलाशने के लिए वे अगले दौर की वार्ता के लिए तैयार हैं. इस बीच सरकार की तरफ से गुरुवार को चिट्ठी लिखी गई थी. जिसके बाद किसान नेताओं की आज बैठक होगी और उसके बाद फैसला लिया जाएगा कि उनकी अगली रणनीति क्या होगी.

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