Fake Alburel Injections: पुणे के एक मेडिकल स्टोर में बेची जा रही थी नकली एल्बुरेल इंजेक्शन, FDA की कार्रवाई में ₹4.5 लाख का माल जब्त
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Fake Alburel Injections: देश में धड़ल्ले से नकली दवाइयाँ बेची जा रही हैं, जिसके खिलाफ खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) समय-समय पर कार्रवाई करता रहा है. इसी कड़ी में पुणे शहर पुलिस के साथ मिलकर एफडीए ने एक बड़े नकली दवा रैकेट का पर्दाफाश किया है. इस कार्रवाई में पुणे, मुंबई और रायगढ़ में 4.5 लाख रुपये से अधिक मूल्य के नकली एल्बुरेल (ह्यूमन नॉर्मल एल्बुमिन आईपी) इंजेक्शन जब्त किए गए. इस मामले में दिल्ली और चंडीगढ़ से जुड़े सप्लायर्स को गिरफ्तार किया गया हैं

पहली कार्रवाई श्रीराम हेल्थकेयर पर

कार्रवाई की शुरुआत तब हुई जब एफडीए के औषधि निरीक्षक श्रुतीका जाधव और विजय नांगरे को एक गुप्त सूचना पर पुणे के गंगाधाम चौक स्थित श्रीराम हेल्थकेयर का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान एल्बुरेल (100 मिली, बैच नंबर AM20025077) के नमूने संदिग्ध पाए गए. रिलायंस लाइफ साइंसेज, नासिक के जनरल मैनेजर (क्वालिटी एश्योरेंस) सौरभ नायक ने मौके पर दवाओं को नकली होने की पुष्टि की. इसके बाद सभी नकली एल्बुरेल इंजेक्शन जब्त कर लिए गए. यह भी पढ़े: मुंबई में FDA की बड़ी कार्रवाई; 218 किलो नकली चीज और 478 लीटर मिलावटी दूध किया नष्ट

RSL फार्मा और अन्य सप्लायर्स पर छापेमारी

जांच में पता चला कि श्रीराम हेल्थकेयर ने ये दवाएं पुणे के सदाशिव पेठ स्थित RSL फार्मा से खरीदी थीं. वहां छापेमारी में 39 बोतलें एल्बुरेल (बैच नंबर AN20G25084) बरामद हुईं. चार बोतलों के नमूने लिए गए और बाकी स्टॉक, जिसका मूल्य 3.41 लाख रुपये था, जब्त कर लिया गया. पूछताछ में माम्लूम पड़ा कि RSL फार्मा ने अपना माल मुंबई के सायन स्थित एन.आर.ए.एक्स. फार्मा और रायगढ़ के कामोठे स्थित आर.आर.टी. फार्मा से मंगवाया था.

कामोठे और सायन में छापेमारी

जिस सूचना के बाद 9 और 15 सितंबर को FDA निरीक्षक प्रकाश कोली और राहुल करांडे ने कामोठे में आर.आर.टी. फार्मा पर छापा मारा. छापेमारी में मालिक रितेश थोम्बरे ने खरीद-बिक्री के कोई रिकॉर्ड प्रस्तुत नहीं किए. उनके घर की तलाशी में भी कोई स्टॉक नहीं मिला. थोम्बरे ने लिखित बयान में स्वीकार किया कि उसने दिल्ली के दानिश खान से बिना बिल के दवाएं खरीदीं और ऑनलाइन भुगतान किया. वहीं, 14 सितंबर को सायन में एन.आर.ए.एक्स. फार्मा पर छापेमारी में 17 बोतलें एल्बुरेल, जिनका मूल्य 1.26 लाख रुपये था, जब्त की गईं.

दिल्ली-चंडीगढ़ से कनेक्शन

हिरासत में लिए गए दानिश खान ने कबूल किया कि वह चंडीगढ़ के राजकुमार मिश्रा से नकली एल्बुरेल खरीदता था, जो ग्लास्को फार्मास्यूटिकल और यूनिटल फार्मास्यूटिकल का मालिक है। खान के अनुसार, दिल्ली के भगीरथ पैलेस मार्केट में नकद लेन-देन बिना बिल के होता था.

मामले में कानूनी कार्रवाई

मामले में FDA ने पुणे मार्केट यार्ड पुलिस स्टेशन एफआईआर दर्ज की, इसमें श्रीराम नंदकिशोर चंदक (श्रीराम हेल्थकेयर), राजेश शांताराम जोग और शैलम गटला (आर.एस.एल. फार्मा), रितेश रोहिदास थोम्बरे (आर.आर.टी. फार्मा) और मोहम्मद दानिश खान (दिल्ली) के खिलाफ कार्रवाई की गई. जिसके बाद पुलिस मामले में थोम्बरे और खान को हिरासत में लिया गया और उसे पांच दिनों की पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया