Euthanasia! सरकार से मांगी इच्छामृत्यु, झारखंड की एसिड अटैक पीड़िता का नहीं हो पा रहा इलाज

पीड़िता का नाम काजल कुमारी है. उस पर पिछले साल अगस्त महीने में एसिड अटैक हुआ था, जिसमें वह बुरी तरह झुलस गई थी. उसका इलाज दिल्ली में चल रहा था, लेकिन अब पैसे के अभाव में उसका इलाज बंद हो गया है. उसे कहीं से आर्थिक मदद नहीं मिल पा रही है.

Acid Representative Image (Photo Credit: Pixabay)

रांची, 19 अगस्त: झारखंड के चतरा की एक एसिड अटैक पीड़िता ने सरकार से इच्छामृत्यु की इजाजत मांगी है. पीड़िता का नाम काजल कुमारी है. उस पर पिछले साल अगस्त महीने में एसिड अटैक हुआ था, जिसमें वह बुरी तरह झुलस गई थी. उसका इलाज दिल्ली में चल रहा था, लेकिन अब पैसे के अभाव में उसका इलाज बंद हो गया है. उसे कहीं से आर्थिक मदद नहीं मिल पा रही है.

काजल ने सीएम हेमंत सोरेन को पत्र लिखा है. उसने कहा है कि अगर उसके इलाज के लिए सरकार आर्थिक मदद नहीं कर सकती है तो उसे इच्छा मृत्यु की अनुमति दी जाए. हालत यह है कि अब उसके पास खाने-पीने तक के पैसे नहीं हैं. उसने इसके पहले भी सरकार के नाम वीडियो संदेश जारी कर मदद की गुहार लगाई थी. तब स्वास्थ्य निदेशक ने उससे चतरा सिविल सर्जन को आवेदन देने की बात कही थी.

काजल का कहना है कि उसकी स्थिति इतनी दयनीय है कि उसके घरवालों के पास कहीं आने-जाने के लिए किराए तक का इंतजाम करना मुश्किल है.

एम्स दिल्ली ने काजल के इलाज में होने वाले खर्च का जो एस्टीमेट दिया है, उसका पूरा ब्योरा चतरा न्यायालय में जमा कराया गया है, लेकिन उसे मदद नहीं मिल पा रही है.

17 वर्षीय काजल जब अपने घर में मां के साथ सो रही थी तो संदीप भारती नामक एक सरफिरे ने उसके ऊपर एसिड डालकर उसे बुरी तरह जला डाला.

संदीप भारती उसकी बेटी पर जबरन बात करने का दबाव डाल रहा था. उसने काजल को धमकी दी थी कि अगर उसने बात नहीं की तो उसके भाई को जान से मार डालेगा. इस मामले की शिकायत पुलिस से भी की गई थी. लेकिन पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया था. उसे पहले इलाज के लिए रांची के रिम्स में दाखिल कराया गया था.

रिम्स मेडिकल बोर्ड ने हायर सेंटर एम्स भेजने की अनुशंसा की तब सीएम हेमंत सोरेन के आदेश पर उसे एयरलिफ्ट कर दिल्ली शिफ्ट किया गया था. उसके परिजनों को सहायता राशि भी दी गई थी. लेकिन लंबे इलाज में पैसा खत्म होने के बाद काजल की जान पर बन आई है.

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