यूपी मदरसा बोर्ड परीक्षा में टॉप करने वाले छात्रों को 1 लाख रुपये, टैबलेट और मेडल देकर किया जाएगा सम्मानित
उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद की वार्षिक परीक्षा 2020 का रिजल्ट बुधवार को जारी किया गया. उत्तर प्रदेश सरकार परीक्षा में टॉप करने वाले छात्रों को नकद पुरस्कार के अलावा लैपटॉप और टैबलेट भी देगी. इस साल यूपी मदरसा बोर्ड परीक्षा का परिणाम 81.99 फीसद रहा.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) मदरसा शिक्षा परिषद (UP Board of Madrasa Education) की वार्षिक परीक्षा 2020 का रिजल्ट बुधवार को जारी किया गया. उत्तर प्रदेश सरकार परीक्षा में टॉप करने वाले छात्रों को नकद पुरस्कार के अलावा लैपटॉप और टैबलेट भी देगी. इस साल यूपी मदरसा बोर्ड परीक्षा का परिणाम 81.99 फीसद रहा.
उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नंद गोपाल गुप्ता (Nand Gopal Gupta) ने बताया कि मदरसा बोर्ड परीक्षा में अव्वल आने वाले 10 मेधावी छात्र-छात्राओं को एक-एक लाख रुपये, टैबलेट, मेडल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा. UP Madarsa Board Result 2020 Declared: उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड के नतीजे घोषित, ऑफिशियल वेबसाइट madarsaboard.upsdc.gov.in पर ऐसे करें चेक
योगी कैबिनेट में मंत्री ने बताया कि माध्यमिक और वरिष्ठ माध्यमिक में कंप्यूटर, गणित और विज्ञान विषयों में टॉप करने वाले शीर्ष तीन छात्रों को 51-51 हजार रुपये, टैबलेट और प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा. इन पुरस्कारों के लिए पैसा अरबी-फ़ारसी मदरसा विकास कोष (Arabi-Farsi Madrassa Development Fund) से आएगा.
यूपी मदरसा बोर्ड परीक्षा में टॉप करने वाले छात्रों को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि भारत के हर मुस्लिम समाज के बच्चे के हाथ में एक हाथ में कुरान हो और एक हाथ में लैपटॉप, इस मंशा के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी काम कर रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि मदरसा बोर्ड द्वारा आयोजित मुंशी, मौलवी, आलिम, कामिल और फाजिल की परीक्षा में 1,82,259 परीक्षार्थियों ने हिस्सा लिया था. इसमें से 1,15,650 परीक्षार्थी पास हुए हैं. यूपी मदरसा बोर्ड ने सेकेंडरी (मुंसी/मौलवी), सीनियर सेकेंडरी (आलिम), कालिम और फाजिल की वर्ष 2020 की बोर्ड परीक्षाएं 25 फरवरी से पांच मार्च तक प्रदेश के 552 केंद्रों में आयोजित करवाई. मदरसा बोर्ड परीक्षा में कुल उपस्थित एक लाख 41 हजार 52 परीक्षार्थियों में से एक लाख 15 हजार 650 छात्र-छात्राएं पास हुए. सफल होने वाले छात्रों में बालकों की संख्या 60,175 और बालिकाओं की संख्या 55457 है.