जेएनयू: छात्रों के विरोध-प्रदर्शन का असर, कम हुई बढ़ी हुई फीस, यूनिवर्सिटी ने की आंदोलन खत्म करने की अपील
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के हॉस्टल फीस में बढ़ोतरी के खिलाफ छात्रों का विरोध-प्रदर्शन आखिरकार रंग लाया. दरअसल, मानव संसाधन विकास मंत्रालय के शिक्षा सचिव आर सुब्रह्मण्यम ने बुधवार शाम बताया कि जेएनयू की एग्जीक्यूटिव कमिटी ने हॉस्टल फीस समेत अन्य बढ़ोतरी वापस लेने की घोषणा की है. इसके अलावा आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों की सहायता के लिए स्कीम का प्रस्ताव दिया गया है.
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के हॉस्टल फीस (Hostel Fees) में बढ़ोतरी के खिलाफ छात्रों का विरोध-प्रदर्शन आखिरकार रंग लाया. दरअसल, मानव संसाधन विकास मंत्रालय (Ministry of HRD) के शिक्षा सचिव आर सुब्रह्मण्यम (R Subrahmanyam) ने बुधवार शाम बताया कि जेएनयू की एग्जीक्यूटिव कमिटी (Executive Committee) ने हॉस्टल फीस समेत अन्य बढ़ोतरी वापस लेने की घोषणा की है. इसके अलावा आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों (Economically Weaker Section) की सहायता के लिए स्कीम का प्रस्ताव दिया गया है. उन्होंने छात्रों से अपील की है कि विरोध-प्रदर्शन खत्म कर वापस क्लास का रुख करें.
दरअसल, जेएनयू के छात्र हॉस्टल मैनुअल के ड्राफ्ट को वापस लेने की मांग कर रहे थे. हॉस्टल मैनुअल के ड्राफ्ट के मुताबिक, छात्रों के हॉस्टल रूम का किराया कई गुना बढ़ा दिया गया था. इसके अलावा विजिटर्स के लिए रात 10:30 के बाद हॉस्टल से निकलने का प्रावधान था. यह भी पढ़ें- JNU में फिर बवाल: फीस वृद्धि और ड्रेस कोड के विरोध में छात्रों ने किया प्रदर्शन, पुलिस ने की पानी की बौछारें.
किराया | पुरानी फीस | पहले घोषित की गई फीस | नई फीस |
सिंगल रूम सीटर | 20 रुपये | 600 रुपये | 200 रुपये |
डबल रूम सीटर | 10 रुपये | 300 रुपये | 100 रुपये |
मेस के लिए सिक्योरिटी डिपॉजिट | 0 | 5,500 रुपये | 5,500 रुपये |
यूटिलिटी चार्जेज | 0 | 1700 रुपये | 1700 रुपये |
वहीं, लड़कों के कमरे में किसी लड़की या फिर लड़की के कमरे में किसी लड़के के प्रवेश पर रोक लगाई गई थी. हॉस्टल के नियमों का पालन न करने पर 10 हजार रुपये जुर्माने का भी प्रस्ताव शामिल था.
इससे पहले, बुधवार को यूनिवर्सिटी के छात्रों ने हॉस्टल फीस में वृद्धि वापस लेने की अपनी मांग को लेकर विरोध- प्रदर्शन तेज कर दिया. वाम दल समर्थित छात्र संगठनों के छात्र हॉस्टल फीस में वृद्धि के खिलाफ करीब पखवाड़े भर से प्रदर्शन कर रहे हैं.