NEET, JEE Final Year Exams 2020: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने परीक्षा के दौरान छात्रों के स्वास्थ्य को लेकर जारी किया SOP, यहां देखें पूरी लिस्ट
देश में कोरोना महामारी के मामले रुकने की अपेक्षा हर दिन बढ़ते ही जा रहे हैं. हालांकि इस महामारी को रोकने को लेकर भारत सरकार हर संभव कदम उठा रही है. वहीं कोरोना महामारी के बीच देश में आयोजित होने वाली NEET, JEE की परीक्षाएं आयोजित हो रही हैं. छात्रों के स्वास्थ्य को देखते हुए बुधवार को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की तरफ से हेल्थ एडवाइजरी जारी हुआ है.
नई दिल्ली: देश में कोरोना महामारी के मामले रुकने की अपेक्षा हर दिन बढ़ते ही जा रहे हैं. हालांकि इस महामारी को रोकने को लेकर भारत सरकार हर संभव कदम उठा रही है. वहीं कोरोना महामारी के बीच देश में JEE की परीक्षाएं आयोजित होनी शुरू हो गई है. वहीं NEET, की परीक्षा शुरू होना बाकी है. ऐसे में छात्रों के स्वास्थ्य को देखते हुए बुधवार को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की (Ministry of Health and Family Welfare) तरफ से हेल्थ एसओपी (SOP) जारी हुआ है.
स्वास्थ्य मंत्रलाय की तरफ से जारी एसओपी के तहत, सभी छात्र, अभिभावक, स्कूल, कॉलेज के स्टॉफ सभी को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही फेस मास्क, हाथों को साफ़ सुथर रखना, आदि चीजें पर खास तौर से ध्यान देना होगा. वहीं स्वास्थ्य मंत्रलाय के निर्देश में यह भी कहा गया है स्कूल या कॉलेज जो भी संस्थान हो उनकी कोशिश हो कि जो भी परीक्षा करवाई जाए कंटेनमेंट जोन के बाहर परीक्षा करवाई जाए. सरकार की तरफ से यह एडवाइजरी NEET, JEE परीक्षा को लेकर खासकर जारी हुआ है. यह भी पढ़े: NEET, JEE Exams 2020: ओडिशा सरकार का बड़ा फैसला, जेईई और नीट के छात्रों को परीक्षा के दौरान देंगे फ्री ट्रांसपोर्ट और आवास
यहां देखे पूरी लिस्ट:
इसके साथ ही एसओपी में कहा गया कि विश्वविद्यालयों, शैक्षणिक संस्थानों, परीक्षा संचालन अधिकारियों या परीक्षा केंद्रों को छात्रों और कर्मचारियों के लिए फेस कवर अथवा मास्क, सेनिटाइजर, साबुन, सोडियम हाइपोक्लोराइट घोल आदि की उचित व्यवस्था मुहैया करानी चाहिए.
दरअसल यूजीसी ने सभी संस्थानों को एक आदेश जारी कर कहा था कि फाइनल ईयर के परीक्षा 30 सितंबर तक करवाया जाए. जिस आदेश का राज्य सरकारें विरोध करते हुए मांग किया था कि कोरोना महामारी को देखते हुए छात्रों के पिछले अंग को देखते हुए आगे प्रोमोट कर दिया था. यूजीसी के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में भी चुनौती दी गई थी. सुनवाई के दौरान कोर्ट ने भी यूजीसी के ही हक में फैसला सुनाते सुनाया और परीक्षा करवाने की बात कही.