नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने ऑनलाइन सट्टेबाजी घोटाले और 1,100 करोड़ रुपये से अधिक के अंतर्राष्ट्रीय हवाला से जुड़े एक मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के अपराध में शामिल होने के आरोप में गुप्त रूप से मुद्रा का व्यापार करने वाले नाइसर कोठारी (Naisar Kothari) को गिरफ्तार किया है.एक विशेष पीएमएलए अदालत ने उसे एजेंसी की 10 दिन की हिरासत में भेज दिया है. वित्तीय जांच एजेंसी ने हैदराबाद सीसीएस पुलिस द्वारा दर्ज की गई एक प्राथमिकी के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में एफआईआर दर्ज की है.
दरअसल हैदराबाद पुलिस को एक शिकायत मिली थी, जिसमें पीड़ित ने एक सट्टेबाजी एप्लिकेशन के माध्यम से अपने पैसे गंवा दिए थे. ईडी ने कहा, "बाद की गई जांच से पता चला है कि भारत में प्रतिबंधित एप्स को भुगतान एग्रीगेटर री-सेलर सेवाएं प्रदान करने के अलावा, ये चीनी स्वामित्व वाली कंपनियां अंतर्राष्ट्रीय हवाला और अवैध गतिविधियों में लिप्त थीं. " वित्तीय जांच एजेंसी का कहना है कि इस गोरखधंधे को चीन से ही संचालित किया जा रहा था और धोखाधड़ी से मिलने वाली राशि विभिन्न डिजिटल माध्यमों से चीन भेज दी जाती थी. यह भी पढ़े: Money Laundering Case: प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सूरत के एक बीजेपी नेता को किया गिरफ्तार
आरोपी एचएसबीसी बैंक में खुलवाए गए खाते को ऑनलाइन इस्तेमाल करने के लिए यूजर आईडी और पासवर्ड चीन में भेज देते थे, ताकि पैसों का लेन-देन किया जा सके। इस मामले में एक चीनी नागरिक सहित तीन लोगों को पहले गिरफ्तार किया गया था और उनके खिलाफ पीएमएलए अदालत में आरोप पत्र (चार्जशीट) दायर किया गया था. ईडी ने दावा किया कि कोठारी ने जानबूझकर और सक्रिय रूप से अपराध की आय को बढ़ाने में खुद को शामिल किया.