नई दिल्ली: आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा देने और भारतीय सेना को मजबूत करने के लिए रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने बुधवार को स्वदेशी रूप से विकसित कम वजन, फायर एंड फॉरगेट मैन-पोर्टेबल एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (Man-Portable Anti-Tank Guided Missile) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया. डीआरडीओ ने बताया कि मिशन के सभी उद्देश्यों को पूरा किया गया है. Agni-Prime Missile Test: नई मिसाइल अग्नि प्राइम का सफल परीक्षण, 2000 KM की सीमा तक है मारक क्षमता.
मिसाइल को उन्नत एवियोनिक्स के साथ अत्याधुनिक लघु इन्फ्रारेड इमेजिंग सीकर (Miniaturized Infrared Imaging Seeker) के साथ शामिल किया गया है. मिसाइल को थर्मल साइट के साथ एकीकृत मैन पोर्टेबल लांचर से लॉन्च किया गया था और लक्ष्य एक टैंक की नकल कर रहा था. मिसाइल ने डायरेक्ट अटैक मोड में लक्ष्य को साधा और इसे सटीक रूप से नष्ट कर दिया. डीआरडीओ ने कहा कि परीक्षण ने न्यूनतम सीमा को सफलतापूर्वक मान्य किया है.
मैन-पोर्टेबल एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल का सफल परीक्षण
In a major boost to Atmanirbhar Bharat & strengthening Indian Army, Defence Research & Development Organisation (DRDO) successfully flight tested indigenously developed low weight, fire & forget Man-Portable Anti-Tank Guided Missile (MPATGM) today: DRDO pic.twitter.com/f5Uderpmzw
— ANI (@ANI) July 21, 2021
DRDO ने बताया कि मिशन के सभी उद्देश्यों को पूरा किया गया है. मिसाइल (मैन-पोर्टेबल एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल) का पहले ही अधिकतम सीमा के लिए सफलतापूर्वक उड़ान परीक्षण किया जा चुका है.
मानव-पोर्टेबल मिसाइल को एक ट्राइपॉड का उपयोग करके लॉन्च किया गया, जिसे 15 किलोग्राम से कम के लॉन्च वजन के साथ अधिकतम 2.5 किमी की दूरी के लिए डिजाइन किया गया है. नियंत्रण उड़ान परीक्षण सफलतापूर्वक किए गए हैं और निर्देशित उड़ान परीक्षण (IIR सीकर के साथ) की योजना बनाई गई है.